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एमएमएच कॉलेज हीरक जयंती वर्ष में सांस्कृतिक सप्ताह का हुआ शुभारंभ

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यूपी – गाजियाबाद एमएमएच कॉलेज महाविद्यालय की स्थापना के हीरक जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में साहित्यिक-सांस्कृतिक परिषद के तत्वावधान में सांस्कृतिक सप्ताह ‘आशाएं’ का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य प्रो. पीयूष चौहान ने व्यकित्व के विकास में साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियों को महत्वपूर्ण बताते हुए आशीर्वचन देकर सांस्कृतिक सप्ताह का शुभारंभ किया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ केशव कुमार ने समस्त विद्यार्थियों को अधिकाधिक संख्या में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ भीष्म कपूर ने भी विद्यार्थियों को आशीर्वचन दिया।
सांस्कृतिक सप्ताह का उद्घाटन वाद-विवाद प्रतियोगिता के साथ किया गया। वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन ‘युद्ध अंतरराष्ट्रीय समस्याओं का समाधान है’ जैसे ज्वलंत विषय पर किया गया, जिसमें महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभागिता की तथा विषय की पक्ष और विपक्ष में अपने तर्कों को प्रस्तुत किया। निर्णायक मंडल में डॉ अपर्णा मल्होत्रा , विधि विभाग एमएमएच कॉलेज,  डॉ रोशना मित्तल, विभागाध्यक्ष राजनीति शास्त्र विभाग, शंभू दयाल डिग्री कॉलेज तथा डॉक्टर रचना प्रसाद,  समाजशास्त्र विभाग वीएमएलजी कॉलेज गाजियाबाद रहे।  कार्यक्रम का संचालन साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की संयोजिका डॉ रीना सिंह के द्वारा किया गया तथा डॉ संजय मिश्रा द्वारा वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार अमित कुमार एम ए प्रथम वर्ष (इतिहास) को, द्वितीय स्थान कु. प्रियंका एम. ए. प्रथम वर्ष तथा सनोवर खान्,एम. ए. प्रथम वर्ष को, तृतीय पुरस्कार आशु शर्मा एम.ए. ( प्रथम)  द्वारा प्राप्त किया गया।  प्रतियोगिता में दो सांत्वना पुरस्कार आकाश सिंह एलएलबी, द्वितीय वर्ष तथा वरुण, बीएससी (बायो) तृतीय वर्ष को प्राप्त हुए।
कार्यक्रम में भारी संख्या में शिक्षक तथा विद्यार्थी मौजूद थे, जिनमें डॉअरुण वर्मा वर्मा, डॉ रेणु राणा, डॉ बीना शर्मा , डॉ सुष्मिता भट्टाचार्य, डॉ गीता शर्मा, डॉ सुरेखा अहलावत,  डॉ मोनिका शर्मा, डॉ संजीत कुमार सिंह, डॉ परितोष मणि, डॉ स्मृति रायजादा, डॉ मृदुला वर्मा, डॉ राखी द्विवेदी, डॉ जलज त्रिपाठी, डॉ विमलेश यादव, डॉ रेखा शर्मा, डॉ रेनू त्यागी, डॉ मीना वर्मा, डॉ विपिन वशिष्ठ विशेष उल्लेखनीय हैं। महाविद्यालय के पूर्व छात्र विकास कुमार तथा टेकचंद ने भी  कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।