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सावन शिवरात्रि पर देश भर के लाखों कांवड़िएं भगवान दूधेश्वर का करेंगे जलाभिषेक : श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

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कांवडि़यों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी : धर्मपाल गर्ग

यूपी – गाजियाबाद सावन शिवरात्रि 23 जुलाई को है और उस दिन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में लाखों कांवड़िएं व शिवभक्त भगवान दूधेश्वर का जलाभिषेक करेंगे। जलाभिषेक के लिए देश भर से कांवड़िएं व शिवभक्त मंदिर आएंगे।

मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि दूघेश्वर मंदिर सिद्धपीठ है और यहां भगवान शिव स्वयं भगवान दूधेश्वर के रूप में अपने भक्तों के कष्ट दूर करने और अपनी कृपा की बारिश से उनके जीवन को सुख-समुद्धि व खुशहाली से भरने के लिए विराजमान हैं। यही कारण है कि मंदिर की ख्याति देश ही नहीं विदेश में भी है और यहां पूरे सावन का मेला लगता है। सावन के प्रत्येक सोमवार को हजारों की संख्या में भक्त भगवान का जलाभिषेक करते हैं, वहीं सावन की शिवरात्रि को तो यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है। मंदिर में तीन दिवसीय कांवड़ मेला 21 जुलाई से शुरू हो जाएगा। 22 जुलाई को त्रयोदशी का जल चढेगा। सावन का पहला प्रदोष व्रत 22 जुलाई यानी मंगलवार को रखा जाएगा। मंगलवार होने की कारण ही इस प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत के रूप में जाना जाएगा। भौम प्रदोष का व्रत ऋणमोचन के लिए रखा जाता है। त्रयोदशी तिथि 22 जुलाई को सुबह 7.06 बजे लगेगी और देर रात 2.29 बजे समाप्त होगी। वहीं चतुर्दशी तिथि 23 जुलाई को सुबह 04.बजे से पूरा दिन कावड़ का जल चढ़ाने का दिन शुभ है जो कि 23/24 की रात 2 बजे तक रहेगा कांवडिये भक्त पूरे दिन किसी भी समय जल चढाये पूरा दिन शुभ है सावन की शिवरात्रि 23 जुलाई को होगी और उसी दिन व्रत रखकर भगवान दूधेश्वर का जलाभिषेक किया जाएगा। व्रत का पारण 24 जुलाई को होगा।

मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग ने बताया कि मंदिर में देश भर से जलाभिषेक के लिए आने वाले कांवड़ियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और सावन शिवरात्रि के लिए विशेष प्रबंध किया जाएगा ताकि कांवड़ियों को जलाभिषेक के दौरान कोई परेशानी ना हो। मंदिर के स्वयंसेवक कांवड़ियों की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहेंगे। मंदिर विकास समिति के उपाध्यक्ष अनुज धर्मपाल गर्ग ने बताया कि मंदिर की ओर से कांवड़ियों के लिए भंडारे की व्यवस्था भी की गई है। त्रयोदशी से मंदिर के कपाट 24 घंटे खुले रहेंगे।

मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के निर्देशन व मार्गदर्शन में सावन शिवरात्रि पर ऐसी शानदार व्यवस्था रहेगी कि लाखों की संख्या के बावजूद किसी भी कांवड़िए को जलाभिषेक में कोई परेशानी नहीं होगी। जिलाधिकारी दीपक मीणा, पुलिस आयुक्त जे रविंद्र गौड, महापौर सुनीता दयाल, नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा हर प्रकार की व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई हैं और वे खुद सभी व्यवस्थाओं पर नजर रख रहे हैं ताकि किसी प्रकार की कोई भी असुविधा शिवभक्त को ना हो। मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराजश्री से जानकारी भी ले रहे हैं। प्रदेश के राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप, विधायक संजीव शर्मा भी व्यवस्थाओं व तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं। श्रृंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल व उनकी टीम द्वारा सावन की शिवरात्रि पर भगवान दूधेश्वर का भव्य व आलौकिक श्रृंगार किया जाएगा।