यूपी – गाजियाबाद उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने अव्यवहारिक ढंग से प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन/ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था लागू किए जाने के सम्बन्ध में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों ने अवगत कराया कि कार्यालय महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक उoप्रo के आदेश पत्रांक गुणoविo/टाइम एंड मोशन/2290/2024-25 दिनांक 18 जून 2024 द्वारा उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालयों में छात्र उपस्थिति पंजिका एवं मध्यान्ह भोजन पंजिका दिनांक 25 जून 2024 से केवल डिजिटल रूप से ही व्यवहृत करने तथा निरीक्षण पंजिका को छोड़कर अन्य समस्त पंजिकाएं दिनांक 15 जुलाई 2024 से डिजिटल रूप में अद्यतन किए जाने का आदेश निर्गत किया गया है। जिसके सम्बन्ध में संगठन के द्वारा अपने ज्ञापन पत्रांक 2150-51/2023- 24 दिनांक 18 नवम्बर 2023 के माध्यम से उच्चाधिकारियों को ऑनलाइन उपस्थिति एवं डिजिटाइजेशन के सम्बन्ध में आने वाली व्यवहारिक समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया था किन्तु उक्त मांगपत्र का कोई संज्ञान नही लिया गया। दिनांक 12 दिसम्बर 2023 को महानिदेशक कार्यालय द्वारा पुनः पत्र जारी कर दिया गया जिसके सम्बन्ध में संगठन ने अपने पत्रांक 2156/2023-24 दिनांक 14 दिसम्बर 2023 के द्वारा पुनः डिजिटाइजेशन से सम्बन्धित समस्याओं के निस्तारण के पश्चात ही इस व्यवस्था के लागू करने की मांग की परन्तु इस मांगपत्र का भी कोई संज्ञान नही लिया गया। संगठन के सुझावों को दरकिनार करते हुए महानिदेशक कार्यालय द्वारा 9 फरवरी 2024 को फिर एक पत्र जारी कर पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन किये जाने के निर्देश दिए गए।जिस पर संगठन के पत्रांक 2829-33/2023- 24 दिनांक 14 फरवरी 2024 के द्वारा पुनः डिजिटाइजेशन करने से पूर्व इससे जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु सुझाव दिए गए लेकिन उच्चाधिकारियों द्वारा इन सुझावों पर कोई विचार नही किया गया।बल्कि 18 जून 2024 को महानिदेशक महोदय द्वारा पत्र जारी कर उक्त व्यवस्था को जबरन लागू करने की मंशा से पुनः पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन करने एवं ऑनलाइन उपस्थिति को लागू करने के सम्बंध में निर्देश जारी कर दिए गये। जिससे यह सिद्ध होता है कि विभागीय अधिकारी संवेदना शून्य होकर जबरन उक्त व्यवस्था को लागू करना चाहते हैं जो कि नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध है।
अतः उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ आप से विनम्र आग्रह करता है कि समस्याओं का समाधान होने के पश्चात ही ऑनलाइन उपस्थिति/डिजिटाइजेशन व्यवस्था को लागू करने पर विचार किया जाये। ज्ञापन देने में देवेंद्र कुमार, सदाकत अली, डॉ अवधेश गॉड, पवन कुमार, अनिल कुमार, हेमलता बंसल, सुनीता रानी, पंकज कुमार यादव, डॉक्टर विकास कुमार, कृष्ण कुमार, बलराज सिंह, भूपेंद्र कुमार, दिनेश कुमार, रजनी यादव, अनिता रानी, सरला रसानिया, राकेश प्रसाद, दीपक सहित अन्य शिक्षकों द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन दिया गया।