Screenshot_20221103-203604_YouTube
IMG-20230215-WA0382
a12
IMG-20230329-WA0101
IMG-20240907-WA0005
IMG-20240914-WA0017
PlayPause
previous arrow
next arrow

नौतपा काल 25 मई से होगा आरंभ

Share on facebook
Share on whatsapp
Share on twitter
Share on google
Share on linkedin

नौतपा काल में सूर्य की किरणें सर्वाधिक तज होती हैं

मानसून जल्दी आने की संभावना

आचार्य शिव कुमार शर्मा – ज्योतिष शास्त्र के नौतपा काल वह होता है जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आता है। 9 दिन तक रोहिणी नक्षत्र में सूर्य की गर्मी  तेज और प्रचंड हो जाती हैं। इससे इस समय में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में जब सूर्य आता है तो अधिक गर्मी के कारण समुद्र के जल को वाष्पित करके मानसून का निर्माण करता है। दिनांक 25 मई को अपराह्न 14:51 बजे सूर्य चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में आएंगे और 8 जून को 12:38 बजे तक अर्थात 15 दिन तक उसी नक्षत्र में रहेंगे। नौतपा के प्रथम 9 दिन अर्थात 2 जून तक  इसका विशिष्ट प्रभाव रहता है
इस 9 दिन के समय को नौतपा काल कहते हैं। अर्थात खगोल शास्त्र के अनुसार रोहिणी नक्षत्र के सूर्य होने पर पृथ्वी और सूर्य में दूरी में आंशिक कमी हो जाती है जिससे प्रचंड गर्मी होती है। प्रचंड गर्मी  के कारण जल वाष्पित होकर वर्षा अथवा मानसून का कारण बनता है।
उस समय सूर्य वृषभ राशि में 10 अंश से 23 अंश तक होते हैं ।  जो 8 जून तक रहते हैं।
यद्यपि नौतपा काल 25 मई से 2 जून तक पूरा हो जाएगा। लेकिन रोहिणी नक्षत्र में सूर्य लगभग 15 दिन रहते हैं।

इस बार जल्दी आएगा मानसून

मौसम ज्योतिष के अनुसार जब नौतपा काल आरंभ होने से ठीक पूर्व वर्षा होती है तो मानसून जल्दी आता है।
और यदि 9 दिन में भी मौसम बूंदाबांदी का रहा तो मानसून में अनेपक्षित देरी होती है।
यद्यपि मौसम की वर्तमान स्थिति अर्थात बूंदाबांदी अधिकतम 25 मई तक रहने की संभावना है। इसके पश्चात गर्मी में एक बार फिर तेजी आएगी और तापमान 45 डिग्री से भी ऊपर पहुंच सकता है।
इस प्रकार इस वर्ष मानसून 20 जून के आस पास आने की संभावना है। 30 जून या जुलाई के प्रथम सप्ताह  तक पूरे भारतवर्ष में मानसून फैल जाएगा।
यद्यपि इस वर्ष वर्षा के  योग बहुत अच्छे हैं किन्तु कंहीं अतिवृष्टि  या अनावृष्टि के कारण कहीं-कहीं बहुत अधिक  क्षति की भी संभावना है। विशेष रुप से आंधी, तूफान, चक्रवात, भूकंप के योग बन सकते हैं।