यूपी – गाजियाबाद शहर के राकेश मार्ग स्थित गुलमोहर एनक्लेव सोसायटी की गिनती गाजियाबाद शहरी क्षेत्र की सबसे पुरानी सोसाइटियों में होती है। यहां काफी सालों से लोगों को लिफ्ट की समस्या परेशान कर रही है। लिफ्ट की अचानक बढ़ती हुई स्पीड और फंस जाने के भय में बुजुर्ग निवासी लिफ्ट की जगह सीढ़ियों पर चढ़कर अपने घर तक पहुंच रहे हैं।
बता दें कि शहर के इस गुलमोहर एनक्लेव सोसायटी में 10 टावर हैं, जिसमें 31 लिफ्ट लगी हुई है। यह सभी लिफ्ट सालों पुरानी मेकैनिज्म पर आधारित हैं। कई बार बटन दबाने पर लिफ्ट मंजिल तक पहुंचती भी नहीं है. सोसाइटी के निवासी डीसी जैन ने बताया कि बुजुर्गों को लिफ्ट के कारण काफी परेशानी होती है और इसके मेटेनेंस के लिए सालों से कोई काम भी नहीं किया गया है.
बुजुर्गों ने किया लिफ्ट का बहिष्कार
ऐसे में अब बुजुर्गों ने लिफ्ट का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है. लिफ्ट के अलावा भी सोसायटी में कई अन्य प्रॉब्लम हैं, जैसे की कभी भी सीवर चौक हो जाने से बदबू का सामना करना पड़ता है. एक बड़ी समस्या सोसायटी में आवारा कुत्तों के आतंक का भी है, जिसमें कुत्ते अब तक कई लोगों को काट चुके हैं. सोसाइटी की इमारत भी काफी जर्जर हो गई है और इसको रंग-रोगन की जरूरत है.
आरडब्लूए ने बदली सोसाइटी की सूरत
जहां एक और साल 2006 में लोगों को बिल्डर ने कब्जा देना शुरू कर दिया था तो वहीं, सोसायटी में कोई भी मूलभूत सुविधा नहीं दी गई थी. ऐसे में सोसाइटी की आरडब्लूए ने लोगों के साथ मिलकर यहां पर स्विमिंग पूल, मंदिर, टेबल टेनिस कॉट, स्केटिंग, बास्केटबॉल, ओपन जिम,कम्युनिटी हॉल, ओल्ड एज क्लब आदि कई प्रकार की सुविधा यहां पर स्थापित की.
गुलमोहर एनक्लेव के आरडब्लूए उपाध्यक्ष विनम्र जैन ने बताया कि यहां पर बुजुर्गों, महिला और बच्चों को ध्यान में रखते हुए कई कार्य किए गए हैं. सोसायटी में मंदिर भी बनाया गया है जो लोगों को जोड़ने का कार्य करता है. अब किसी भी बड़े धार्मिक त्योहार पर सोसाइटी से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती है.
नई तकनीक की लगेगी लिफ्ट
वहीं, लिफ्ट को लेकर गुलमोहर एनक्लेव के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष मनवीर चौधरी ने बताया कि यहां निवासियों से बात की जा रही है और कुछ फंड इकट्ठा होते ही सोसायटी में नई तकनीक की लिफ्ट को लगाने का काम किया जाएगा. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है.