यूपी – गाजियाबाद मॉडल रोड़ परियोजना के चलते अम्बेडकर रोड़ को वन-वे किये जाने का प्रस्ताव नगर निगम द्वारा तैयार किया गया है। वन-वे के विरोध में पार्षद नीरज गोयल ने नगरआयुक्त को पत्र लिख निर्णय पर पुनः विचार करने को कहा।
पार्षद नीरज गोयल ने नगरायुक्त गाजियाबाद को पत्र के माध्यम से कहां कि अम्बेडकर रोड़ को मॉडल रोड़ बनवाने के चलते यातायात को वन-वे ना किया जाए। उन्होंने कहा गाजियाबाद महानगर के विकास को लेकर लगातार महापौर सुनीता दयाल, नगरायुक्त सहित सभी पार्षदगण प्रयासरत रहते है। राष्ट्रीय समचारपत्र की खबर के माध्यम से पता चला कि शहर की चार सड़को को मॉडल रोड़ के रूप में विकसित करने की परियोजना पर नगर निगम काम कर रहा है। शासन स्तर से बताया गया है कि इस परियोजना के तहत चुनी गई सड़को पर यातायात का दबाब कम किया जाए। इस परियोजना के लिए सब से पहले अम्बेडकर रोड़ पर सर्वे किया गया है। समाचारपत्र की खबर के अनुसार मुख्य अभियंता एन0के0 चौधरी की रिपोर्ट में अम्बेडकर रोड़ पर वन-वे व्यवस्था काफी कारगर है इन का प्लान लगभग तैयार है। अम्बेडकर रोड़ पर वाहन केवल बस अड्डे से चौधरी मोड़ की तरफ ही चलेंगे। चौधरी मोड़ से बस अड्डे जाने के लिए वैकल्पिक मार्गो का प्रयोग करना होगा।
नीरज गोयल ने कहा मुझे लगत है इस वैकल्पिक मार्ग के लिए शहरवासियों को रमतेराम रोड़, राकेश मार्ग, चौपला बाजार, चौधरी मोड़ से घण्टा घर, दिल्ली गेट ठाकुरद्वारा तिराहे से होते हुए बस अड्डे वाले मार्ग को चुनना पड़ेगा। इन सभी वैकल्पिक मार्गो पर लगभग पूरे दिन ट्रैफिक के भयंकर जाम की स्थिति बनी रहती है। यदि अम्बेडकर रोड़ के वाहन इन मार्गो का उपयोग करेंगे तो निश्चित ही ट्रैफिक की विस्फोटक स्थिति हो जायेगी। मुख्यमंत्री ग्रीन रोड़ इंफ्रास्टक्चर स्कीम के तहत लगने वाले पैसों की बर्बादी होगी। इस विषय को गम्भीरता से लेते हुए वन-वे वाले निर्णय पर पुनः विचार करे। यदि सम्भव हो तो इस विषय को सदन में भी रखा जा सकता है।