यूपी – गाजियाबाद विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के तत्वाधान में श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मंदिर मे 10 मई को भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर विशाल यज्ञ की तैयारियों को लेकर 107 एलजीएफ दुर्गा टावर राज नगर पर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का आयोजन विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के पीठाधीश्वर ब्रह्मऋषि विभूति बीके शर्मा हनुमान की अध्यक्षता में किया गया। समाज के सभी महानुभावों ने जन्मोत्सव की तैयारियों को लेकर अपने, अपने सुझावों से सभी को अवगत कराया। भगवान परशुराम की जन्मोत्सव पर समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आमंत्रित करने के लिए नगर एंव ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को इसके लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैठक में एकमत से उपस्थित विप्र बंधुओं ने धूमधाम से मनाने का संकल्प लिया।
बीके शर्मा हनुमान ने बताया भगवान परशुराम जी का जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ था इसलिए अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान परशुराम की जन्मोत्सव मनाया जाता है। परशुराम भगवान की गिनती दशावतारओं में की जाती है। भगवान परशुराम भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। इनका जन्म वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन पुनर्वसु नक्षत्र में रात के पहले पहर में उच्च ग्रहों से युक्त मिथुन राशि राहु के मौजूद रहते हुआ था। भगवान परशुराम की माता का नाम रेणुका था। मान्यताओं के अनुसार परशुराम जन्मोत्सव के दिन किए गए अच्छे कार्यों का प्रभाव कभी समाप्त नहीं होता है। कुछ राज्यों में परशुराम जन्मोत्सव के दिन सार्वजनिक अवकाश भी होता है। हम उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया आदित्य योगी नाथ जी से यह भी मांग करते हैं कि उत्तर प्रदेश में भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर अवकाश घोषित होना चाहिए। इस अवसर पर राष्ट्रीय संयोजक राहुल शर्मा, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विजय कौशिक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनीत कुमार शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरपी शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कपिल शर्मा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री मनोज शर्मा, नव नियुक्त जिला अध्यक्ष युवा पoदेव शर्मा मौजूद रहे।