यूपी – गाजियाबाद राष्ट्रवादी जनसत्ता दल के स्वास्थ्य प्रभारी डॉक्टर बी पी त्यागी ने कहा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री को जवाब देना पड़ेगा कि यूपी के 32 जिलो में घूम कर कोरोना काल में कितने मरीजों से मिले। कोरोना काल में 40 वेंटीलेटर आए थे वह कहां है।
उन्होंने कहा संसद में बीजेपी ब्यान देती है कि ऑक्सीजन (O2) की कमी से कोई मरीज नहीं मरा क्या यह सत्य है। लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस कोरोना काल में कहां थी। गुर्दे के मरीजों को कोरोना होने पर दिल्ली क्यों भेजा जा रहा था। यूपी देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तो चार अस्पताल गाजियाबाद में और हर जिले में मेडिकल कॉलेज कौन बनाएगा, जो कि आपका वादा था। काले फंगस के मरीजों के घरों को बिकवाकर इंजेक्शन ऐम्फोट्रेसिन खरीदने वाला कौन था। यूपी में तीन एम्स बनने थे तीसरा कहां है। भनेड़ा गांव में जब डेंगू से मरीज मर रहे थे तो आपका स्वास्थ्य विभाग जो हर गांव में स्वास्थ्य केंद्र की बात करता है कहाँ था। वेस्ट मैनेजमेंट किसानों के खेती में हो रही है, भीखनपुर मुरादनगर इसका जीता जागता उदाहरण है। गाजियाबाद में नकली दवाइयां कौन बना रहा है। कितने लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ मिल रहा है। कितने अस्पताल आयुष्मान का लाभ दे रहे हैं आपने जो पोर्टल पर लिस्ट डाली है क्या वह सत्य है। आपके अधिकारी मीडिया को तो धमकाते ही हैं एक सीनियर डॉक्टर को भी काले फंगस को बाहर भेजने के लिए कहते हैं डॉ बी पी त्यागी इसका जीता जागता उदाहरण है। क्या आपके पास टूटी हड्डी जोड़ने के स्क्रू व प्लेट हैं। रेबीज का सीरम 3 साल से खत्म है। रेबीज के टीके रखने वाली फ्रिज खराब है और पांच टीके की जगह एक टीका लग रहा है। किडनी स्पेशलिस्ट नहीं है लेकिन डायलिसिस हो रही है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट नहीं है लेकिन पोस्टमार्टम हो रहे हैं। सी टी स्कैन के 500/-लेते हैं। मरीजों को महंगी दवाई खरीदने के लिए बाहर भेज दिया जाता है। क्या आपको पता है गाजियाबाद में 120 जगह पीने का स्वच्छ पानी नहीं है। स्वच्छ भारत में यू0 पी0 सबसे नंबर वन है यह गाजियाबाद की गंदगी देखकर पहचान जा सकता है। गंदगी से संचारी रोग फैल रहे हैं। आप टी बी के मरीजों को प्रसाद की तरह अनेकों संस्थाओं को बांट रहे हैं क्या इससे 2025 तक टी बी पुरे भारत में समाप्त हो जाएगी।सरकारी स्कूल में गंदगी भरी रहती है स्कूल में आप स्वास्थ्य व स्वच्छता की बात करते हैं। रेगुलर हेल्थ मिशन फेल है सिर्फ उनको वोट देने का जरिया बनाया है। मच्छर नियंत्रण कार्यक्रम का खुलासा 2023 की खतरनाक महामारी कर रही है जब गांव के गांव खाली हो गये। गाजियाबाद के अस्पताल प्राइमरी हेल्थ सेन्टर से भी बदतर हैं।