यूपी – गाजियाबाद देश की राजधानी से सटा होने के साथ ही उत्तर प्रदेश का प्रवेश द्वार है गाजियाबाद और प्रदेश का महत्वपूर्ण जिला भी है। इसी जिले से देश का नाम इंडिया से भारत किए जाने की कानूनी लड़ाई की चंगारी उठी थी। जिसका परिणाम यह हुआ कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका को एक अभ्यावेदन में तब्दील किया जाए और मंत्रालयों, मुख्य रूप से गृह मंत्रालय को भेजा जाए। जिसके बाद यह मामला केंद्र सरकार के विचाराधीन था। जी-20 शिखर सम्मेलन के समय देश की राष्ट्रपति की ओर से विदेशी मेहमानों को जो निमंत्रण पत्र भेजे गए, उनमें भी प्रेजिडेंट ऑफ भारत लिखा गया था। वैश्विक स्तर पर देश का नाम इंडिया की जगह भारत के रूप में उजागर किया गया। देश का नाम इंडिया से भारत किए जाने की कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए याचिका डालने वाले गाजियबाद के ही नमह हैं। भले ही देश का नाम पुनः भारत किए जाने का श्रेय कोई भी ले, लेकिन इस लड़ाई में जनहित याचिका के रूप में आहूति दी। केंद्र सरकार ने उनकी मांग को स्वीकार करते हुए देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत कर दिया। इससे देशवासियों को गौरव का आभास हुआ है। अब नमह गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। उन्होंने भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को अपना परिचय पत्र (बायोडेटा) भी सौंपा है। लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरे भारत को अपना परिवार बताये हुए कहा था कि मेरा भारत, मेरा परिवार, जिसे नमह ने भी बढ़ावा दिया।
अनुच्छेद 1 के याचिकाकर्ता नमह जो एक राष्ट्र एक नाम यानी भारत के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, उनका दावा है कि वह प्रत्याशी बनने के लिए सर्वथा योग्य व्यक्ति हैं। इसके साथ-साथ नमह कहते हैं कि इतिहास को पता होना चाहिए कि देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत करने के लिए आखिरी लड़ाई भी यूपी ने लड़ी है। गाजियाबाद में जन्मे, एक किसान के बेटे भारत को अपनी पहचान दिलवाने वाले नमह का सफल प्रयास उन्हें और मजबूती दे रहा है, उनका कहना है कि वह पीएम मोदी को 100 प्रतिशत फॉलो करते हैं, वह उनकी बात सुनते हैं। नमह का का राजनीतिक अनुभव यह है कि उन्होंने लोक जन शक्ति पार्टी से 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा। अब वह गाजियाबाद की लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनना चाहते हैं। जिससे गाजियाबाद में रहने वाले लोगों को पता चले कि इस मिट्टी के आशीर्वाद से नमह भारत को यहां तक लाए हैं। सारे देश और दुनिया को पता लगना चाहिए कि नमह ने कहा है कि भारत के हर नागरिक को पता हो कि इतिहास 1857 के हिण्डन रिवोल्ट की क्रांति की जंग की तरह फिर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से ही 2020 में फिर चला और सफल हुआ। गाजियाबाद क्या देश का हर नागरिक भारत का नागरिक है और देश का नाम इंडिया से भारत करने के लिए आख़िरी याचिकार्ता नमह है।
वर्तमान में नमह भाजपा के सक्रिय सदस्य हैंं और पार्टी में अपनी पूर्ण निष्ठा रखते हैं। नमह ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने का अवसर जरूर देगी।