![](https://abtakkhaskhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/IMG-20240301-WA0045.jpg)
यूपी – गाजियाबाद 29फरवरी को भारतीय किसान यूनियन ‘इंडिया’ के बैनर तले मोदीनगर के ग्राम डीलना मे महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमे बड़ी संख्या मे दूर दराज के किसानों ने शिरकत की और अपनी परेशानिया व मांगे रखी। राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेंद्र पहलवान व युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष देववृत धामा के द्वारा कुछ का निराकरण करा दिया गया बाकी का जल्द कराने का आश्वाशन दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मनवीर प्रमुख एवं संचालन राष्ट्रीय प्रभारी आंनद विकल द्वारा किया गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेंद्र पहलवान, युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष देववृत धामा, राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्पसंख्यक सभा साकिब सईद ने भाजपा सरकार को पूर्ण रूप से विफल करार देते हुए देश के सभी तबको के लिए खतरनाक बताया और कहा की ये सरकार देश को बर्बाद कर चुकी है, किसानों, मज़दूरों, छात्रों, युवाओं, पिछड़ों, दलितों पर दस सालों से अत्याचार किया जा रहा, सरकारी संस्थाओं पर कब्ज़ा कर लिया गया है।
राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजीव राना, राष्ट्रीय महासचिव गजेंद्र मुदगल, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोहित बैसला, प्रदेश अध्यक्ष उ प्र नरेंद्र नेता ने पंचायत को सम्बोधित करते हुए केंद्र और राज्य सरकारों पर किसानों की अनदेखी और किसानों को हीन भावना से देखने का आरोप लगाते हुए कहा की ये सरमायेदारों की सरकार चाहती है की किसानों की स्तिथि और ख़राब हो और चेतावनी दी की अगर निश्चित समय मे किसानों की मांगों को नहीं मना गया तो क्षेत्र का प्रत्येक किसान सड़कों पर होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला अनीता पुंडीर, राष्ट्रीय सचिव अक्षय चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युवा प्रिंस कसाना, लेखराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली अरुण कुमार बैसला, जिला अध्यक्ष मेरठ रितिन गुर्जर, जिला अध्यक्ष हापुड़ डॉ तालिब, गुर्जर जागरूकता मंच से राजू गुर्जर, सुमित गुर्जर, सभासद बलराज बैसला, छात्र नेता मंगल मिश्रा, आज़ाद भाटी, देवेंद्र सिंह तेवतिया, परवेज त्यागी तोड़ी, जावेद मास्टर, सकील डीलर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
आज भारतीय किसान यूनियन बलराज की जिला गाजियाबाद की संपूर्ण कार्यकारिणी राष्ट्र के कुछ कार्यकर्ताओं के साथ भा की यू इंडिया से जुड़े जिनमे प्रदीप नेहरा, हरिराज प्रधान, शहज़ादे प्रधान तोड़ी, फिरोज मुख्य रहे।
किसानो की मांगों के आधार पर राष्ट्रपति जी के नाम एक 11 सूत्रीय ज्ञापन तैयार कराया गया और पंचायत स्थल पर ही तहसीलदार मोदीनगर को सौंपा गया। ज्ञापन मे किसान तंगहाली व माली हालात के चलते आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर किसानों की निम्न मांगे रखी गई :
1. किसान आयोग का गठन हो।
2. सभी फसलों पर एम० एस० पी० की गारंटी का कानून तुरन्त लागू हो।
3. गन्ने का मूल्य कम से कम 400/-रू० प्रति कुन्तल हो तथा भुगतान 15 दिन के अन्दर हो।
4. किसान का सम्पूर्ण कर्ज माफ होना चाहिए।
5. बिजली विधेयक 2022 को रद्ध किया जाये।
6. किसान आन्दोलन में मृतक सभी किसानों को शहीद का दर्ज़ा दिया जाए।
7. किसानों की बीज, उर्वरक, बिजली एवं कृषि उपकरणों पर सब्सिडी बढ़ाई जाये।
8. यूरिया के दाम कम करने के बजाये सरकार ने 50 किलोग्राम की पैकिंग में 10 किलोग्राम वजन कम कर दिया जो किसान के साथ अन्याय है। किसान की कमर तोड़ने का काम किया है इसकी कीमत कम की जाए।
9. किसानों एवं मज़दूरों के बच्चों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य सम्बंधी प्रकिया, वस्तूऐं निशुल्क करायी जाये।
10. डीजल वाहनों ट्रैक्टर आदि पर सरकार द्वारा 10 वर्ष वाली पाबंदी को वाहन की आयु के अनुसार न करके प्रदुषण की जांच के अनुसार लगाई जाये।
11. अग्निवीर योजना यूवाओं के भविष्य के साथ-साथ देश की सुरक्षा के लिए भी गलत निर्णय लिया गया है, इसको पुरानी व्यवस्ता के अनुसार किया जाये।