यूपी – गाजियाबाद राष्ट्रवादी जनसत्ता दल के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ. बी पी त्यागी ने मेडिकल कॉलेज में कान के ऑपरेशन करने के बजाय कान की मशीन बेचने के मामले की जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी से कराने की मांग की है। उन्होंने एक बयान में कहा है कि यह एक बेहद गम्भीर मामला है।
डॉ. त्यागी ने कहा है कि शिकायत मिली है कि गरीब मरीज कान के पर्दे में छेद के चलते मेरठ मेडिकल कॉलेज डॉ निकुंज को दिखाते है लेकिन कान का पर्दा बनाने के बजाय वह कान की मशीन के उपयोग की सलाह देते हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सब कमिशन खोरी के लिए होता है। उन्होंने कहा कि कान की मशीन पर कमीशन खाने के लिए सरकारी हॉस्पिटल के ऑडियोलॉजिस्ट के पास भेजते है जिनका नाम प्रवीण कुमार है। वह मरीज को बोलते है कि सरकार मशीन नहीं देती है आपको 16000/- में एक कान में मशीन लगा देंगे। जब यह मरीज उनके अस्पताल में पहुंचा तो जांच करने पर पता चला कि मरीज को मशीन की जरूरत नहीं है। अब हर्ष ईएनटी अस्पताल ने इस मरीज़ को 7 अप्रैल को फ्री ऑपरेशन करने की तारीख़ दे दी है।