यूपी – गाजियाबाद मॉडल टाउन ईस्ट स्थित मुख्यालय सोसाइटी आफ वास्तु साइंस में वास्तु और ज्योतिष पर राष्ट्रिय कोंफ्रेंस आयोजन समिति की एक बैठक आयोजित की गई।
सोसाइटी आफ वास्तु साइंस के चैयरमेन कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा की हमारा उदेश्य लोगों के मन से वास्तु और ज्योतिष के डर को निकालना है। उदहारण देते हुए उन्होंने कहा की यदि जातक की कुंडली में 1, 7, 8, 10 और 12 वें घर में मंगल हो तो उसे मांगलिक कहते हैं। इस हिसाब से दुनिया के 42 प्रतिशत लोग मांगलिक दोष से ग्रषित हो जायेंगे। यह सच नही है क्योंकि ये नहीं बताया जाता की यदि दूसरे साथी के इन्ही घरो में शनि हो या केंद्र में चंद्रमा हो या प्रथम घर में ब्रहस्पति हो या ऐसी ही अन्य दर्जनों परिस्थतियाँ है जब मांगलिक दोष समाप्त या कमजोर हो जाता है। ऐसी बाते इस कोंफ्रेंस में बताई जायेंगी।
सुविख्यात पंडित शिव कुमार शर्मा ने कहा की वास्तु और ज्योतिष की राष्ट्रिय कोंफ्रेंस में हम यह साबित करने का प्रयत्न करेंगे की मनुष्य स्वयं पंच तत्वों का आदर करके अपने घर का वास्तु दोष निवारण कर सकता है कहीं किसी तोड़ फोड़ की आवश्यकता नहीं है। सुगंध, स्वाद, रंग, स्पर्श, ध्वनी का सही इस्तेमाल करके वास्तु दोषों को दूर किया जा सकता है।
विख्यात ज्योतिषी राहुल पूरी, सुखविंदर सिंह और डा सतीश भारद्वाज ने बताया की 19 जून 2022 को आई टी एस, मोहन नगर में होने वाली कोंफ्रेंस में जो अतिथि आ रहे हैं वो राष्ट्रिय ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ है जिनमे शामिल हैं गुरु पवन सिन्हा और डा अजय भाम्भी।
जाने माने वास्तु सलाहकार मानव चावला और हिमाशु गर्ग, शरद पवार ने बताया की वास्तु और ज्योतिष की राष्ट्रिय कोंफ्रेंस में प्रश्न उत्तर काल को महत्व दिया जाएगा। उन्होंने कहा की हम तर्क और विज्ञान के आधार पर काम करते है, अंध विश्वास और टोटको पर काम नहीं करते। उन्होंने कहा की यह कोंफ्रेंस निशुल्क है जो 26 जून के वजाय अब 19 जून को आई टी एस, मोहन नगर के ओडीटोरियम में प्रात: 10 बजे प्रारम्भ होगी।
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राष्ट्रिय कोंफ्रेंस में वास्तु और ज्योतिष के प्रति मन में बैठे डर को हटाने का प्रयत्न किया जायेगा
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