यूपी – गाजियाबाद जनपद बदायूं में मृतक महिला के पोस्टमार्टम के दौरान उसकी आँखे निकाले जाने के आरोप में डॉ ओवेश व डॉ हुसैन की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े करते हुए डॉ बी पी एस त्यागी ने कहा पहली गलती – मृतक पूजा का पोस्टमार्टम फॉरेंसिक टीम से न कराना। दूसरी गलती – चूहे पोस्टमार्टम रूम में कहां से और क्यों आये और तीसरी गलती – 6 घंटे मृत्यु के बाद किसी भी ऑर्गन को डोनेट नहीं कर सकते। आँख तो 6 घंटे में डोनेट हो जानी चाहिये।
डॉ बी पी एस त्यागी एमबीबीएस, एमएस, एलएलबी प्रभारी चिकित्सा प्रकोष्ठ राष्ट्रीय जनसत्ता दल ने कहा डॉ ओवेश व डॉ हुसैन को गिरफ़्तार करना मतलब सरकारी चिकित्सा व्यवस्था अपने आप को बचाना चाहती है। उन्होंने बताया आईएमए बदायूं ने संज्ञान लिया है और यूपी आईएमए उनके टच में है, अगर जल्द ही समस्या को हल करके डॉ भइयो को नहीं छोड़ा गया तो बड़ा आंदोलन हो सकता है।