यूपी – गाजियाबाद स्वतंत्रता सेनानी स्वामी रामानन्द ट्रस्ट के अध्यक्ष शूटर शमशेर राणा ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर एक ज्ञापन प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम जिलाधिकारी गाजियाबाद के माध्यम से प्रेषित किया है। यह ज्ञापन विनय कुमार एसडीएम सदर ने ग्रहण किया।
शूटर शमशेर राणा ने कहा है कि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है लेकिन जिन वीर सैनिकों के सम्मान में यह नाम दिया गया है। उनमें से कुछ सैनिक पड़ोसी देशों की जेल में बंद यातनाएं भुगत रहे हैं। जिनमें से अधिकतर पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं।
सन 1965 और 1971 में पाकिस्तान युद्ध और अन्य अभियान के दौरान भारतीय सैन्य सैनिकों और अधिकारियों को अपनी गिरफ्त में लिया था लेकिन शांति कायम होने के बाद भी ना तो उन्हें छोड़ा गया है और ना ही उन्हें छुड़ाने के लिए कोई ठोस कार्य वाही की गई है। इसके विपरीत करीब 92 हजार पाकिस्तानी सैनिक और अधिकारियों को भारत सरकार ने रिहा कर दिया था हालांकि पिछले वर्षों में भारतीय पायलट अभिनंदन को युद्ध नीति के नियमों के तहत समय अवधि में छुड़वाया गया था। इसी तर्ज पर सभी युद्धबंदियों को पाकिस्तानी जेल से रिहा करवाने हेतु युद्ध स्तर पर कठोर एक्शन लिया जाना सुनिश्चित करने के आदेश पारित करने की कृपा करें।
उन्होंने कहा एक बार आप विदेशी दौरे पर पाकिस्तान के ऊपर से गुजरते हुए वहां लैंड कर गए थे। लोग कहते हैं यहां तक कि आप स्वयं भी कहते हैं मोदी है तो मुमकिन है तो एक यात्रा आपकी या आपके प्रतिनिधिमंडल की पाकिस्तानी जेलों में बंद युद्धबंदियों से एक मुलाकात होनी तो बनती है। सभी की रिहाई आप करवाने का प्रयास करने की कृपा करें तभी वास्तव में भारत सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मनाने की खुशी महसूस कर सकेगी। इस दौरान युद्धबंदियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनके परिजनों देशवासियों के सामने लाने का प्रयास भी किया जा सकता है। पूर्व सैनिकों की ईच्छानुसार 7 दिसम्बर को पिछले वर्षों की भांति देश में सशस्त्र सेवा झंडा दिवस के अवसर पर यह ज्ञापन भारत सरकार को प्रेषित कर रहे हैं। इस बार मोदी है तो मुमकिन है के विश्वास के साथ युद्धबंदी और उनके परिजन पूर्व सैनिकगण तथा देशभक्त देशवासी आपकी तरफ आस लगाए हैं।