यूपी – गाजियाबाद उदयांचल यदुवंश कल्याण समिति द्वारा ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरूप पार्क जी0टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में अहंकार के नाश के प्रतीक गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उदयांचल यदुवंश कल्याण समिति के अध्यक्ष भानु प्रताप ने की।संचालन संस्था के महासचिव कृष्णानन्द यादव ने किया।
समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने समारोह को संबोधित करते हुए दीपावली गोवर्धन पूजा भईया दूज की सभी भाई बहनों को बधाई दी। समारोह में बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये जिसका कार्यक्रम में शामिल सभी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच बच्चों का हौसला बढ़ाया तथा प्रस्तुति की सराहना की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि इन्द्र देवता के अहंकार को चकनाचूर करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन की पूजा अर्चना की आज भी फासिस्ट और विघटनकारी विध्वंसक ताक़तें समाज में अपना अधिपत्य कायम करने के लिए जातियों धर्मों में नफरत का वातावरण बनाए हुए अहंकार में डूबे हुए है, मानव द्वारा मानव का शोषण, उंच-नीच का भेद, गरीब-अमीर के बीच बढ़ती खाईं को पाटने के लिए भगवान कृष्ण के कर्म योग के संदेश को अपनाना चाहिए तभी हम आत्म निर्भर हो सकते है और अपने बच्चों को पूर्ण शिक्षित कर आत्म निर्भर बनाने में अपना अमूल्य योगदान दे सकते है।
राम दुलार यादव ने कहा कि 21वीं सदी जब विज्ञान का युग है, हम अंधकार, भ्रम और पाखंड के शिकार है, हजारों साल से झूठ और पाखंड को फैलाने वाली ताक़तें सक्रिय है, वह मानसिक गुलाम बनाए हुई है, मै आप लोगों को बताना चाहता हूँ कि कोई भगवान, देवता आपका भला नहीं कर सकता, आपका भला सत्य, ईमानदारी, नैतिकता से पूर्ण अपने बच्चों को शिक्षित कर हो सकता है। पाखंड, भ्रम, अंधविश्वास, जातिवाद, धार्मिक उन्माद ने मानवता को बहुत ही नुकसान पहुंचाया है, मानव शिक्षित हो तर्क की कसौटी पर कसकर यदि किसी बात को जब मानेगा तभी उसका कल्याण हो सकता है। भगवान बुद्ध ने भी यही कहा है कि चाहे कोई भी, मै भी यदि कोई बात कहता हूँ तो उस पर विचार करो, यदि वह मानवता या आप का हित कर रही है तो मानो नहीं तो मत मानो। पाखंड और तीर्थ स्नान के विरुद्ध सन्त कबीर ने कहा है कि गंगा नहाये यदि कोई नर तरी गयो, तब मछली क्यों न तरी, जिसका गंगा जी में घर। स्वर्ग नर्क झूठ है।
कार्यक्रम में पूजा, अर्चना, अजीत यादव, देवमन यादव, महेन्द्र यादव, उमेश यादव, कृष्णा यादव, अर्जुन सिंह, परमानंद, मुनीव यादव, विश्वनाथ यादव, राजेन्द्र, शीश राम, यदुनाथ यादव, राम प्रवेश यादव, अमित यादव मौजूद रहे।