यूपी – गाजियाबाद महानगर कांग्रेस कमेटी गाजियाबाद के तत्वावधान में कालका गढ़ी भगवान गौतम बुद्ध पार्क में दलित गौरव संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका नेतृत्व महानगर अध्यक्ष लोकेश चौधरी ने किया। अध्यक्षता सत्य प्रकाश सत्तो पूर्व पार्षद ने की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी प्रदीप नरवाल मौजूद रहे।
श्री नरवाल ने कहा कि दलित समाज के उत्थान के लिए कांग्रेस की सरकारों ने बहुत काम किए नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था लागू करके समाज के अंतिम व्यक्ति तक की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने, समाज के इस तबके के युवाओं को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए वजीफा की व्यवस्था की, उच्च शिक्षा प्राप्त करने को आसान बनाने के लिए स्कॉलर सिप की व्यवस्था की, भूमिहीनों को पट्टे देकर जीवन यापन का सहारा दिया। हमारी यूपीए की सरकार ने खाद्य बिल सांसद से पास कराकर हर आदमी को भोजन का अधिकार दिया। 10 साल की यह बीजेपी सरकार उन सरकारी संस्थानों को बेच रही है जिनमें दलित समाज के लोगों को आरक्षण के आधार पर जॉब देने की व्यवस्था कांग्रेस की सरकारों ने की थी। गरीब दलित के बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण ना कर सके इसके लिए बीजेपी सरकार ने मिलने वालीं स्कॉलर सिप बंद कर दी है। अब पूरे देश के दलित समाज का बीजेपी से मोह भंग हो चुका है और पूरे देश में यह समाज अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में वापसी कर रहा है। इस अवसर पर दलित समाज के वकील, डाक्टर और रिटायर अधिकारियों ने कांग्रेस के साथ जुड़ने का संकल्प पत्र प्रदीप नरवाल को दिया।
कार्यक्रम में प्रवीण मुलायम पार्षद, प्रदेश सचिव महानगर प्रभारी कामेश रतन, ओमदत्त गुप्ता संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष, महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष कमलेश कुमारी, पूर्व महापौर प्रत्याशी पुष्पा रावत, अश्वनी त्यागी, अशोक धनखड़ महासचिव, पूर्व पार्षद सत्यप्रकाश सत्तो, विजय गोयल, अमित गौड़, बलराज चावड़ा, महेंद्र गौतम, विक्रांत चौधरी, हरेंद्र कसाना पूर्व जिला अध्यक्ष, कार्तिक कौशिक पूर्व जिला अध्यक्ष, रितेश कसाना, विशाल वशिष्ठ, सीमा शर्मा, राहुल जाटव, रिजवान मलिक, लालमन सिंह पाल, सविता जैसवाल, सबीना खातून, इंद्रजीत सिंह, प्रमोद कुमार एडवोकेट, राजीव गुप्ता, विनीत त्यागी, वीर सिंह जाटव, पंकज तेजानिया अध्यक्ष एससी एसटी, ममता मैडम, सूर्यकांत, रियाज, सीताराम कार्यकर्ताओं के साथ सैकड़ों दलित समाज के लोग मौजूद रहे।