यूपी – गाजियाबाद 28 अक्टूबर को राजनगर एक्सटेंशन स्थित आशियाना पामकोर्ट में “सकारात्मक चिंतन से आनंदमय जीवन” विषय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में मास्को स्थित ब्रह्माकुमारी केन्द्र की निर्देशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सुधा दीदी मौजूद रही।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए रूस के मास्को स्थित ब्रह्माकुमारी केन्द्र की निर्देशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सुधा दीदी ने बताया कि सकारात्मक चिंतन के लिए मन को श्रेष्ठ विचार देना आवश्यक है। आध्यात्मिक ज्ञान स्रोत है श्रेष्ठ संकल्पों का, जो सोच में सकारात्मकता लाता है। राजयोग का अभ्यास हमें सर्वश्रेष्ठ परमात्मा, सत-चित-आनंद से संबंध जोड़ता है। जिससे जीवन स्वत: आनंदमय हो जाता है। कैसी भी विपरीत या विषम परिस्थिति में मन की एकाग्रता व स्थिरता ही आनंदमय जीवन का अनुभव कराती है।
मोहन नगर गुलमोहर गार्डन की संचालिका बी के लवली बहन ने बताया राजयोग ही शुद्ध विचारों का झरना है जिसमें कोई भी आनंद की प्राप्ति कर सकते है। इस अवसर पर सभी को राजयोग अभ्यास भी कराया।
संगोष्ठी में बी के रूपा, बी के दीपांशी, भावना, शीतल उपस्थित रहे। अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 300 से अधिक लोगों ने इस अवसर का लाभ लिया।