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कोरी समाज की बैठक में राजनीतिक भविष्य को लेकर की गई चिंता

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यूपी – गाजियाबाद रविवार को राकेश मार्ग पर कोरी समाज की बैठक रखी गई। बैठक में मुख्य अतिथि साध्वी प्राची आर्य रही एवं अध्यक्षता राकेश कोरी द्वारा की गई और संचालक सुरेश कोरी ने किया।

बैठक में मुख्य चर्चा रही की बीजेपी का पक्का वोटर होने के बावजूद भी पार्टी में कोरी समाज की लगातार अनदेखी किए जाना, कोरी समाज के जाति प्रमाण पत्र प्रशासन द्वारा जारी न करना व पश्चिम उत्तर प्रदेश मे कोरी समाज का प्रभावी नेतृत्व न होना जिस कारण समाज में बहुत रोष है। बैठक में कई जिलों से समाज के मुख्य लोग मौजूद रहे। बागपत से विनोद कोरी, मथुरा से डॉ बी.के. माहौर व पार्षद श्री यतेन्द्र माहौर, हमीरपुर से एडवोकेट श्याम बिहारी, झांसी से शिव चरण कोरी, अलीगढ़ से जगदीश माहौर, हापुड़ से महेश कोरी, मुजफ्फरनगर से धर्मेंद्र कोरी, गाजियाबाद से रहे परमानंद कोरी, राजपाल सिंह कोरी, लगान कुमार, लेखराज तंतवार, हाथरस से शिव शंकर कोरी, शासनी से चैयरमेन लालता प्रसाद कोरी, मोदीनगर से केदारनाथ सभी ने अपना विश्वास साध्वी प्राची आर्य के नेतृत्व में जताया और सभी उपस्थित लोगो ने एक मत होकर साध्वी प्राची आर्य को कोरी समाज का नेता चुना और उनसे आग्रह किया गया कि वे समाज की जाति प्रमाण पत्र समस्या, समाज के बच्चों के भविष्य और समाज की अनदेखी किये जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को अवगत करायें। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर से भी इस विषय को लेकर मिले और समाज मे व्याप्त रोष से भी उन्हें अवगत करायें। यह रोष विरोध में भी तब्दिल होता जा रहा है जिसका सरकार को 2024 में नुक्सान उठाना पड़ सकता है क्योंकि डिजिटल इंडिया में अनुसूचित जातियों के पूर्व में बने सर्टिफिकेटों नवीनीकरण आप्सन न होने के कारण जाति प्रमाण पत्र भी प्रशासन तानाशाही रवैये के चलते पुन: जारी नहीं कर रहा है।