यूपी – गाजियाबाद उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग विधायक 2023 पारित कर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अस्तित्व को समाप्त कर अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यो एवं शिक्षकों की सेवा शर्तों, सेवा सुरक्षा एवं मान सम्मान पर बड़ा कुठाराघात किया है।
कॉरपोरेट्स, शिक्षा व्यापारियों एवं शिक्षा माफियाओं की मिली भगत से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अधिनियम 1982 में निहित सभी प्राविधानों को समाप्त करने से उक्त प्रकार के प्रधानाचार्यो एवं शिक्षकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उनमें व्याप्त आक्रोश के परिणाम स्वरूप 28 अगस्त 2023 को सभी जनपदों के जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर चयन आयोग विधेयक को वापस लेने की जोरदार मांग की गई। परंतु सरकार की ओर से अभी तक कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिले हैं, इसी कारण से शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यो में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
अनवरत आंदोलन के क्रम में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (ठकुरई गुट) ने तय किया है कि प्रदेश के सभी जनपदों में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यो एवं सभी शिक्षकों द्वारा विद्यालयवार देश के गौरव एवं शिक्षकों के आदर्श सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्मदिवस पर आयोजित होने वाले “शिक्षक दिवस” को काली पट्टी बांधकर विरोध दिवस के रूप में मनाया जायेगा और महामहिम राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। उसी दिन 5 सितंबर को ही प्रत्येक जनपद के प्रत्येक विद्यालय में विद्यालयवार विरोध दिवस मनाया जाएगा। अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक किसी भी सरकारी कार्यक्रम में प्रतिभाग नहीं करेंगे और अपने-अपने विद्यालय में विद्यालयवार गेट मीटिंग कर 28 अगस्त 2023 को प्रेषित ज्ञापन को डाक या ईमेल द्वारा मुख्यमंत्री को प्रेषित करेंगे। यदि सरकार ने इसके बाद भी चयन विधेयक को वापस नहीं लिया और चयन बोर्ड अधिनियम 1982 को बहाल नहीं किया तो संगठन द्वारा सभी को साथ लेकर बड़ा आंदोलन लखनऊ में होगा।