यूपी – गाजियाबाद महिंद्रा एंक्लेव स्थित होली पब्लिक स्कूल में एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 2022 – 23 वर्ष में अपनी कक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को ट्रॉफी एवं सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में कानपुर आईआईटी से बीटेक रॉकी गुप्ता, आईआईटी बीएचयू से शौर्य वत्स, कल्याण सिंह मेडिकल कॉलेज बुलंदशहर के डॉक्टर पल्लव वत्स, नेहा माहौर एवं बिट्स पिलानी गोवा से बीटेक कंप्यूटर साइंस के श्रवण गर्ग अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। स्कूल के प्रबंधक डॉ दिनेश कुमार ने सभी अतिथियों का परिचय दिया। डॉ दिनेश ने कहा कि ऊंचाई पर पहुंचने के लिए बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है और मेहनत से ही सफलता प्राप्त होती है। डॉ दिनेश कुमार ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों का कर्तव्य और भी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है क्योंकि छोटे बच्चे पूरी तरह कच्ची मिट्टी के समान होते है और उनके अंदर पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करना अत्यंत आवश्यक है और हम यह कार्य बखूबी कर रहे है। डॉ दिनेश ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम करने से छात्रों में प्रतिस्पर्धा बढ़ती है और यह उनके आगे के विकास में सहायक होते हैं।
इस अवसर पर रॉकी गुप्ता ने कक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों में कक्षा 8 की आरती, कक्षा 7 के हिमांशु , नर्सरी कक्षा के आरव को प्रथम हर्ष मकवाना, यति और आरुष को सेकिंड स्थान एवं अर्पित को तृतीय स्थान के लिए ट्रॉफी और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। बच्चों को संबोधित करते हुए रॉकी गुप्ता ने कहा कि मेहनत ही जीवन में सफलता का एकमात्र उपाय है जो बच्चे कठिन परिश्रम करते हैं वह अपने जीवन में अवश्य ही अपनी मंजिल को प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कानपुर में पढ़ाई के दौरान भी उन्होंने यह महसूस किया कि मेहनत ही सफलता की गारंटी है। मेहनत के कारण आज वह खुद की एक केमिकल की फैक्टरी चलाते हैं। अपनी कक्षा में स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को उन्होंने आशीर्वाद दिया और कहा हमेशा ऐसे ही मेहनत करते रहें।
डॉ पल्लव वत्स ने कक्षा 6 की अंजलि को प्रथम खनक को द्वितीय निशु को तृतीय स्थान प्राप्त करने के लिए ट्रॉफी और सर्टिफिकेट दिए। डॉ पल्लव ने कहा कि आप सभी बच्चों को अपने कम से कम तीन अच्छे दोस्त बनाने चाहिए, क्योंकि स्टडी कहती है कि तीनों दोस्तों का जो औसत व्यवहार होता है उसका असर उस व्यक्ति पर पड़ता है इसलिए हमें अपने अच्छे दोस्त बनाना चाहिए। आईटी बीएचयू के शौर्य वत्स ने कक्षा 5 की नेहा कृतिका एवं एलकेजी के तरुन, परी एवं सांवी को पुरस्कृत करते हुए कहा कि हमें हमेशा ऊंचे सपने देखना चाहिए क्योंकि तभी उन्हें पूरा करने के लिए हम कठिन मेहनत कर सकेंगे। शौर्य ने आगे कहा कि यदि आपको चांद को छूना है तो उसके अनुसार ही आपको कठिन मेहनत करनी होगी और आपके सपने भी साकार होंगे।
अतिथि नेहा माहौर ने अपने स्कूल और कॉलेज के संस्करणों को याद करते हुए कहा कि हमें कक्षा में ध्यान पूर्वक पढ़ना चाहिए और अपने सभी अध्यापकों का सम्मान करना चाहिए क्योंकि उन्हे शिक्षा के क्षेत्र का अधिक अनुभव होता है और प्रत्येक शिक्षक हमेशा से यही चाहता है कि उसका विद्यार्थी संसार की ऊंचाइयों पर पहुंचे। नेहा माहौर ने एंजल, लवी, आर्यन, आकाश, राज वर्मा एवं परी को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। नेहा ने सभी बच्चों के माता-पिता से भी अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों पर उचित ध्यान दें जिससे उनका विकास अच्छे से हो सके। बिट्स गोवा के कंप्यूटर साइंस के श्रवण गर्ग ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने जीवन में प्राप्त असफलताओं से सीख लेनी चाहिए ना कि उनसे दुखी होना चाहिए। श्रवण ने अपने जीवन का वह किस्सा सुनाया जिसने उसका जीवन ही बदल दिया, श्रवण ने कहा कि एक बार वह नवी कक्षा में गणित में फेल हो गया था लेकिन उसे दुखी होने की बजाए मैंने ठान लिया कि इस विषय में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा और उसके बाद से गणित में हमेशा शत-प्रतिशत परिणाम हासिल किया। श्रवण ने आगे कहा कि आपकी मेहनत सतत् होनी चाहिए आपको हर रोज नियमित तौर पर अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए, इस मेहनत का परिणाम यह संभव है कि आपको साथ-साथ नहीं मिले लेकिन इससे आपको घबराना नहीं है और इस मेहनत का परिणाम आपको अवश्य मिलेगा। श्रवण ने मोनिका, अनंत कुमार, आयुष पटेल, रोहित एवं अभ्यास को ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र देकर एवं सम्मानित किया।
स्कूल की प्रिंसिपल उषा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए बच्चों से कहा कि आप केवल मेहनत करते रहे उस मेहनत का फल आपको आज नहीं तो कल अवश्य मिलेगा। उन्होंने पुरुस्कृत बच्चों से कहा कि आपको अब और अधिक मेहनत करनी पड़ेगी क्योंकि अगली बार भी आपको यह सफलता हासिल करनी है, वहीं पर उन्होंने उन बच्चों को जिन्हें इस बार पुरस्कार नहीं मिला से कहा कि आप आज यह प्रण करें कि अगली बार हम अवश्य यह पुरस्कार प्राप्त करेंगे इसलिए अधिक से अधिक मेहनत करेंगे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल के छात्र अनिकेत, अभिषेक, राधा, रश्मि, भारती, आनंद, रितेश, जानवी, सोनू , कीर्ति आदि बच्चों के साथ-साथ स्कूल के अध्यापिका डॉ अंशु भावना, निर्देश, प्रीती त्यागी, कीर्ति, सीमा, मोहिनी, आकांक्षा आदि ने विशेष सहयोग प्रदान किया।