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आचार्य काम कुमार नंदी की हत्या से पूरे भारत के जैन समाज में आक्रोश की लहर : अजय जैन

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जल्द न्याय न मिलने पर करेंगे अनशन, धरना, प्रदर्शन

यूपी – गाजियाबाद भारतीय जैन महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय जैन व महामंत्री अखिलेश जैन ने संयुक्त रूप से अपने बयान में कहा कि कर्नाटक में जैन समाज के आचार्य काम कुमार नंदी जी के साथ कुछ लोगों ने आश्रम में घुस कर उन्हें यातना देते हुए उनके साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया और मारपीट करते हुए करंट लगाया फिर उनके 9 टुकड़े करके उनकी हत्या कर दी। इस हत्या से भारत ही नहीं पूरे विश्व का जैन समाज स्तव्ध व आक्रोशित है। भारतीय जैन महासंघ केंद्र व राज्य सरकारों से मॉग करता हैं कि आचार्य काम कुमार नंदी जी महाराज के हत्यारों को गिरफ़्तार करके उचित कार्यवाही करते हुए कठोर से कठोर दंड देते हुए फाँसी की सजा दी जाए। अगर इस पर जल्द निर्णय नहीं हुआ तो भारत ही नहीं पूरे विश्व का जैन समाज भारतीय जैन महासंघ के बैनर तले जगह जगह धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।

उन्होंने कहा भारतीय जैन संघ यह भी माँग करता है कि देश में जैन साधु संतों की सुरक्षा के लिए सरकार सभी प्रदेशों को अध्यादेश जारी करे। देश में साधु संतों की रक्षा की व्यवस्था नहीं की गई है तो सम्पूर्ण विश्व का जैन समाज सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगा। भारतीय जैन महासंघ निवेदन करता है कि इस जघन्य हत्याकांड के मामले में देश की सभी जातियों के साधु संतों को एक जुट होकर सरकार पर कार्यवाही हेतु दबाव डालना चाहिए क्योंकि ये घटना किसी के भी साथ घटित हो सकती है जो भारतीय संस्कृति पर कुठाराघात है। भारतीय जैन महासंघ राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मॉग करता है कि कर्नाटक में कॉंग्रेस की सरकार है। इसलिए आप कर्नाटक सरकार को आदेशित करें कि वे सभी हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ़्तार करके गुनाह का पर्दाफ़ाश करें और हत्यारों को फाँसी की सजा दिलाने में सहयोग करें। साथ ही कर्नाटक में जैन साधु संतों की सुरक्षा का पूर्ण इंतज़ाम किया जाए जिससे इस तरह के अपराधों की पुनरावृत्ति ना हो सके।

अजय जैन ने कहा जैन संप्रदाय में कोई भी साधु संत सरकारों से कुछ नहीं चाहते। इसके बावजूद आए दिन जैन साधुओं पर हमले हो रहे हैं जिस देश में साधु संत और धर्म सुरक्षित नहीं है उस देश का क्या होगा यह भगवान ही जाने। कर्नाटक में तो सभी सीमाएं पार हो गई जहाँ आचार्य काम कुमार नंदी महाराज को घोर यातनाएं देते हुए उनकी निर्ममतपूर्वक हत्या कर दी गई। इतना अत्याचार तो मुगल काल में भी किसी साधु संत पर नहीं हुआ। इस जघन्य हत्याकांड की जितनी भी निंदा की जाए कम है इस जघन्य हत्याकांड से भारत ही नहीं पूरे विश्व का जैन समाज आहत और आक्रोशित है। जैन साधु संतों और जैन समाज का केंद्र और राज्य सरकारों से विश्वास उठता जा रहा है क्योंकि आए दिन जहां जैन साधुओं पर हमले हो रहे हैं वहीं जैन तीर्थों पर भी कब्जे हो रहे हैं और पवित्र स्थानों को पर्यटन स्थल बनाकर अपवित्र करने की नाकाम कोशिश की जा रही है। यह सब जैन समाज को समाप्त करने की कोशिश है। हम सरकार को बता देना चाहते हैं कि जैन समाज अहिंसा पर चलता है लेकिन नपुंसक नहीं है। जैन समाज ने श्री आदिनाथ,भरत चक्रवर्ती से लेकर भामाशाह तक हजारों राजा और योद्धा दिए हैं। जैन समाज देश प्रेमी है सबसे अधिक आयकर देता है जबकि संख्या बल में सबसे कम है। देश पर किसी भी तरह के संकट मैं दिल खोलकर दान देता है और देश व समाज हित में काम करता है। इसलिए हम कहना चाहते हैं कि अगर आचार्य श्री 108 काम कुमार नंदी जी महाराज के साथ हुए जघन्य हत्याकांड में शामिल लोगों को पकड़कर जल्द से जल्द पर्दाफाश नहीं किया गया कि हत्यारों का उद्देश्य क्या था और हत्यारों के ख़िलाफ़ कठोरतम कार्यवाही नहीं की गई तो जैन समाज धरना प्रदर्शन और अनशन करने के लिए मजबूर होंगे जिसकी ज़िम्मेदारी शासन की होगी।