यूपी – गाजियाबाद राजनगर आई. एम. ए. भवन में आयुर्वेद एषणा द्वारा यकृत विकारों की आयुर्वेदिक चिकित्सा पर व्याख्यान आयोजित किये गये। इस संगोष्ठी में यकृत विकार जैसे हेपेटाइटिस, कामला, कुंभकामला, हलीमक जैसे गंभीर रोगों पर चर्चा की गई।
मुख्य वक्ताओं द्वारा अपने व्याख्यान में सिरोसिस ऑफ लिवर जैसी गंभीर और जानलेवा रोगों को आयुर्वेदिक चिकित्सा द्वारा कैसे ठीक किया जा सकता है पीलिया की बीमारी क्यों होती है क्या चिकित्सा है इन विषयों पर पूर्ण विस्तार से बताया गया। साथ ही नई संभावनाओं को भी तलाशा गया। इसमें शहर के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ विनोद शर्मा ने विस्तार में यकृत विकारों की चिकित्सा पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे किन औषधियों से इन रोगियों को ठीक किया जा सकता है, और बचाव भी किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त डॉ रजत गोयल रोहतक ने भी यकृत विकारों की पंचभौतिक चिकित्सा पर विस्तार से प्रकाश डाला जिससे सभी चिकित्सकों ने बहुत सराहा। डॉ रजनी दुबे ने यकृत विकारों की आहार-विहार पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इन लोगों में क्या खाएं क्या ना खाएं महत्वपूर्ण जानकारी रोगों की चिकित्सा के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस संगोष्ठी मैं शहर के कई प्रमुख चिकित्सक भी थे जिन्होंने आयुर्वेद एषणा के इस प्रयास को बहुत सराहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ आरती बंसल एम. डी. फिजिशियन ने की। नोएडा के तिरुपति आई हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉक्टर मोहिता शर्मा मुख्य अतिथि रही उन्होंने यकृत विकारों पर आयोजित इस संगोष्ठी की बहुत प्रशंसा की और आगे भी इसी प्रकार से अन्य रोगों पर चर्चा करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर आयुर्वेदाचार्य डॉ आनंद वशिष्ठ द्वारा लिखित उदर रोग निदान एवं चिकित्सा पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर डॉ आनंद वशिष्ट ने सभी का आभार जताया। विश्व आयुर्वेद परिषद के सदस्य एवं कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी ब्रह्मर्षि विभूति बीके शर्मा हनुमान ने बताया कि इस संभाषा परिषद में रोहतक, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद के लगभग सैकड़ों चिकित्सकों ने भाग लिया ये न केवल आयुर्वेद एषणा के लिए बल्कि पूरे आयुर्वेद जगत के लिए गौरव की बात है।कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज गर्ग ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. आनंद वशिष्ठ, डॉ प्रशांत, डॉ निधि गर्ग, डॉ. सोनिया कृपाल, डॉ. शिल्पी गुप्ता, डॉ. कमल शर्मा, डॉ. नीतू अग्रवाल, डॉ. काजल उपस्थित रहे। कार्यक्रम को भारतवर्ष की प्रसिद्ध आयुर्वेदिक फार्मा कंपनी चरक फार्मा प्राइवेट लिमिटेड ने आयोजित किया।