यूपी – गाजियाबाद प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन ने संगठन के सदस्यों के साथ बैठक कर प्राइवेट चिकित्सकों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही छापामार कार्रवाई का विरोध किया।
प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष बीके शर्मा हनुमान ने कहा जहां गांव देहात गली मोहल्लों झुग्गी झोपड़ियों में प्राइवेट चिकित्सको ने अपनी जान की परवाह न करते हुए कोरोना काल में केवल मरीजों को प्राथमिक उपचार देने का कार्य किया वहीं अब स्वास्थ्य विभाग उन पर छापा मारकर कार्रवाई कर रहा है संगठन इसका विरोध करता है। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार से यह भी मांग करते है की विभिन्न क्षेत्रों में बैठे हुए प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के सम्मानित सदस्यों को योग्यता के आधार पर प्रशिक्षण दिलाने का कार्य करें जिससे ग्रामीण देहात क्षेत्रों में उन गरीब मजदूर लोगों को कम कीमत पर प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध हो सके आज इस बढ़ती हुई महंगाई से परेशान हैं। उन्होंने कहा अभी भी हमारे देश में ऐसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जो शहर में आकर के एक डॉक्टर की फीस ₹500 से लेकर ₹1000 तक वहन नहीं कर सकते। वहीं प्राइवेट चिकित्सक मात्र 10, 20, 50 रुपए में प्राथमिक उपचार की दवाइयां देकर के मरीजों को राहत देने का काम करते हैं।उन्होंने कहा अगर स्वास्थ्य विभाग को कार्यवाही करनी है तो उन लोगों पर कार्रवाई करें जो स्वास्थ्य विभाग के नाम पर प्राइवेट चिकित्सकों से लाखों लाख रुपए वसूलने का कार्य करते हैं और जानकारी के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग मौन रहता है। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी कार्रवाई के विरोध में प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने लामबंद होते हुए कहा कि हम हर संघर्ष करने के लिए तैयार हैं चाहे हमें आंदोलन करना पड़े भूख हड़ताल करनी पड़े चाहे परिवार को लेकर के स्वास्थ्य विभाग का विरोध करना पड़े। मंगलवार को सीएमओ को ज्ञापन सौंपा जाएगा द्वारा मुख्यमंत्री के नाम। इस अवसर पर सैकड़ों प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य मौजूद रहे।
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स्वास्थ्य विभाग की छापे मार कार्रवाई का प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन ने किया विरोध
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