यूपी – गाजियाबाद वुड्स कैफे में वरिष्ठ समाजसेवी सिकन्दर यादव द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका मुख्य विषय शोषितों, वंचितों, पीड़ितों, पिछडो के महानायक, सामाजिक न्याय के लिए सम्पूर्ण जीवन समर्पित रहने वाले सबसे सफल रेलमंत्री रहे लालू प्रसाद यादव के ऊपर केन्द्र सरकार द्वारा सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके किये जा रहे अत्याचारों का विरोध करना था। गोष्ठी की अध्यक्षता राजेन्द्र यादव पूर्व वैज्ञानिक भारत सरकार द्वारा की गई।
विचार गोष्ठी में एससी, एसटी, ओबीसी समाज के वरिष्ठ बुद्धिजीवियो ने भाग लिया और अपने विचार व्यक्त करते हुए सरकार की घोर निंदा की और कहां सविंधान की जिस धारा का दुरुपयोग कर ईडी लालू प्रसाद यादव पर अत्याचार कर रही है, उसमे परिवर्तन करने के लिए ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी गठन करने की आवश्यकता है, सरकार की इस पक्षपात पूर्ण नीति का खुलकर विरोध करने की आवश्यकता है, क्योंकि यह लड़ाई अब स्थानीय या व्यक्ति विशेष की नही है बल्कि पूरे पिछड़े वर्ग की है। जिन लालू यादव को हारवर्ड यूनिवर्सिटी ने मैनेजमेंट गुरु बताया आज उन्ही पर सरकार अत्याचार कर रही है।
विचार गोष्ठी के आयोजक सिकन्दर यादव ने कहा कि यह लड़ाई मनुवाद बनाम अम्बेडकरवाद के बीच की है। मनुवाद ने हमे सम्पति, शास्त्र और शस्त्र से वंचित रखा लेकिन बाबा साहेब के बनाए सविंधान ने हमे यह सब दिया है। हमे सविधान को सुरक्षित रखने के लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़े हम देंगे। 17 साल में करीब 5,400 मनी लॉन्ड्रिंग के मामले दर्ज किए लेकिन इसमें सजा अभीतक केवल 23 केस में ही हो पाई है। हम इस अत्याचार का विरोध शांति पूर्वक जन आन्दोलन द्वारा करेंगे।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रो राजेन्द्र यादव ने बताया की यह लड़ाई दो संस्कृतियो के बीच है। एक है सम्यक संस्कृति जो इस देश के मूलनिवासियो की संस्कृति है ओर दूसरी है मनुवादियो की वैदिक संस्कृति। वैदिक संस्कृति विदेश से आए हुए विदेशी लोगो की संस्कृति है।
गोष्ठी में सभी समाज से आए लोगो ने हिस्सा लिया और लालू प्रसाद यादव के प्रति सहानुभूति प्रकट की और सरकार द्वारा उन पर किए जा रहे अत्याचारों की निंदा की। गोष्ठी में मुख्य रूप से सत्येंद्र यादव संस्थापक, सुभास पार्टी, रामअवतार यादव अध्यक्ष यादव वैवाहिक परिचय सम्मेलन, भुल्लन चौधरी जिलाध्यक्ष जाट महासभा, सत्यप्रकाश यादव वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष, यादव महासभा, भानुश्री, भूपसिंह यादव, सी बी यादव, गौरव यादव एड, सुधाकर यादव, अवनींद्र यादव, प्रेमसिंह यादव, बीरेंद्र यादव, श्यामबीर यादव, महेंद्र यादव, दीपक यादव, अजय मौर्य, सुखबीर यादव, विनोद सिंह यादव, सुरेंद्र हिरवार, सुनील यादव, शिवदयाल यादव, एस एस प्रसाद, महेश यादव एड, विश्वनाथ यादव, शिवशंकर यादव, रामसहाय यादव, राजेन्द्र प्रसाद, जयप्रकाश यादव, अमरकांत रॉय, उत्तम यादव, कृष्णानन्द यादव, धर्मेन्द्र यादव, महेंद्र यादव, मनोज यादव, राजीव यादव, रवि वर्मा, फूलसिंह बौद्ध, अनिल कुमार, विजय सिंह, वीरेंद्र सिंह उपस्थित रहे।