4 दर्जन से अधिक रचनाकारों का हुआ सम्मान
यूपी – गाजियाबाद वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में देवप्रभा प्रकाशन गाजियाबाद द्वारा साझा गजल संग्रह ‘कविता अविराम-4’ समेत 10 पुस्तकों का लोकार्पण, रचनाकार सम्मान एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कविता अविराम-4 के अलावा जिन पुस्तकों का लोकार्पण किया गया, उनमें उपन्यासकार रवीन्द्र कांत त्यागी के 3 कहानी संग्रह गोश्तखोर, लम्पट, लकड़ी के लोग, सुप्रसिद्ध कवयित्री डाॅ. रमा सिंह के दो गीत संग्रह खत खुशबुओं के, भीग गया मन, रश्मि कुलश्रेष्ठ का गीत संग्रह निर्वातों का गुंजन, सुप्रसिद्ध गजलकार प्रमोद कुमार कुश तन्हा का गजल संग्रह लकीरों का सफर, पूनम चंदन वामसी का कविता संग्रह ख्याल, इश्क और रूह और वरिष्ठ पत्रकार रवि अरोड़ा का निबंध संग्रह 2020ः 100 दिन-100 बातें शामिल रहे। इस अवसर पर स्थापित एवं नवोदित रचनाकारों ने अपनी कविताओं का मनमोहक पाठ किया। मंचासीन देश के कई हिस्सों से आए रचनाकारों ने अपने रचना पाठ से खूब समां बांधा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध कवयित्री डाॅ. रमा सिंह ने की, जबकि समाजसेवी सीए महिम मित्तल मुख्य अतिथि, हिन्दी अकादमी दिल्ली के उपसचिव ऋषि कुमार शर्मा, प्रमोद कुमार कुश, रवीन्द्र कांत त्यागी, गजलकार अजय अज्ञात आदि विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अन्य जिन नामचीन साहित्यकारों ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दी, उनमें सुप्रसिद्ध गजलकार प्रमोद शर्मा असर, रीता अदा, अलका शर्मा, रश्मि कुलश्रेष्ठ, प्रतीक्षा सक्सेना दत्ता, सपना सक्सेना दत्ता, इंदु मिश्रा किरन, रजनीश गोयल, पूनम चंदन वामसी, कपिल वीर सिंह तोमर, आनंद नारायण आनंद, राजपाल यादव राज, डाॅ. मधुबाला श्रीवास्तव, पूनम सागर, डाॅ. प्रशांत सिंह, सविता सिंह शमा, अंजलि चड्ढा भारद्वाज, सीमा सागर शर्मा, मंजुला राय, नूतन अग्रवाल, साजन पिलखुवी, डाॅ. हरिदत्त गौतम, भावना तिवारी, गरिमा आर्य, भाऱद्वाज अश्क आदि थे।
कार्यक्रम का संयोजन देवप्रभा प्रकाशन के प्रकाशक और कवि डॉ चेतन आनंद ने किया। इस अवसर पर गजलकारों को देवप्रभा साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। इस मौके पर संगीता आनंद आदि भी समारोह में शामिल रहे। तीन सत्रों में चले इस कार्यक्रम का सफल संचालन गरिमा आर्य और डाॅ. चेतन आनंद ने संयुक्त रूप से किया।