रेलवे विभाग की गलती के कारण ही श्री पारसनाथ रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़
यूपी – गाजियाबाद भारतीय जैन महासंघ द्वारा एक आवश्यक बैठक श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर कविनगर में आयोजित की गई जिसमें रेलवे विभाग द्वारा जैन धर्म के सबसे पवित्र तीर्थ क्षेत्र शिखर के लिए श्री पारसनाथ रेलवे स्टेशन पर गलत डिस्प्ले करने के कारण मची भगदड़ के बारे में विचार विमर्श किया गया।
श्री पारसनाथ रेलवे स्टेशन पर गलत डिस्प्ले एवं ट्रेन कम समय रुकने के कारण यात्रीगण सही डिब्बे में नहीं चढ़ पाए तथा दूसरे डिब्बे में चढ़ गए। इस भाग दौड़ में कई लोगों का मोबाइल व अन्य सामान खो गए जिसकी रिपोर्ट जीआरपी थाने में दर्ज कराई गई यह सब रेलवे स्टेशन पर डिस्प्ले में गलती के कारण हुआ।
भारतीय जैन महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय जैन ने बताया कि जैन महासंघ द्वारा आयोजित बैठक में रेल मंत्रालय व केंद्र सरकार से माँग की गई है कि जिस तरह से जगन्नाथ पुरी एक्सप्रेस, हरिद्वार एक्सप्रेस और अन्य तीर्थ स्थानों के लिए अलग अलग ट्रेन चलायी जाती है उसी तरह है जैन धर्म के सबसे पवित्र तीर्थ क्षेत्र शिखर जी के लिए श्री पारसनाथ रेलवे स्टेशन तक स्पेशल ट्रेन चलायी जाए तथा सभी ट्रेनों का वहाँ पर रूकने का टाइम बढ़ाया जाए, पारसनाथ रेलवे स्टेशन तक आरक्षण की संख्या बढ़ायी जाए, श्री पारसनाथ रेलवे स्टेशन से अन्य स्थानों के लिए भी रिज़र्वेशन बढ़ाया जाए जिससे तीर्थ यात्रियों को असुविधा न हो तथा धर्म की प्रभावना बनी रहे। उन्होंने कहा जैन समाज देशहित में आगे बढ़ का कार्य करता है तथा सबसे अधिक आय कर 24% से अधिक सरकार को देता है जबकि जैन समाज की संख्या 1 करोड़ से भी कम है। यही नहीं जैन समाज जगह जगह धर्मशाला, प्याऊ, अस्पताल, स्कूल आदि बना करके देश सेवा में अग्रणी रहता हैं।इसलिए जैन समाज की माँग है कि उनके सबसे पवित्र तीर्थ क्षेत्र श्री सम्मेद शिखर के लिए श्री पारसनाथ रेलवे स्टेशन तक अन्य तीर्थ स्थल की तरह स्पेशल ट्रेन चलायी जाए एवं प्रत्येक गाड़ियों में आरक्षण की संख्या बढ़ायी जाए। वहाँ पर ट्रेनों के रोकने का समय भी बढ़ाया जाए।जिस तरह से रेलवे विभाग द्वारा ग़लत डिस्प्ले से श्री पारसनाथ रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई जिससे कई लोगों के चोटें आयी एवं आर्थिक नुक़सान भी हुआ उसके लिए रेलवे कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए जिससे कि भविष्य में इस तरह की गलती की पुनरावृत्ति न हो सके।