यूपी – गाजियाबाद जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की इकाई नेहरू युवा केन्द्र गाजियाबाद के उपनिदेशक देवेन्द्र कुमार और लेखा एवं कार्यक्रम सहायक मुकन्द वल्लभ शर्मा के संयोजन में एचआरआईटी दुहाई में संचालित तीन दिवसीय युवा नेतृत्व एवं सामुदायिक विकास प्रशिक्षण के दूसरे दिन की शुरुआत योग, सर्वधर्म प्रार्थना से की गई।
प्रशिक्षण सत्र में राज्य प्रशिक्षक प्रभा शर्मा ने सर्वप्रथम बोध एवं जीवन कौशल व युवा नेतृत्व और संचार कौशल के घटक के विषय पर प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने एक चित्र देकर प्रतिभागियों से पूछा कि चित्र में क्या दिख रहा है जिसपर सभी ने विभिन्न प्रकार की वस्तुएं गिनाई। प्रशिक्षक प्रभा शर्मा ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति का बोध उनके दृष्टिकोण, पूर्व के अनुभव और ज्ञान के आधार पर अलग अलग होता है इसलिए किसी भी वस्तु अथवा परिस्थिति के पूर्ण बोध हेतु उसका पूर्ण अवलोकन करना आवश्यक होता है। प्रतिभागियों के बीच ज्ञानवर्धक खेल गतिविधियां भी आयोजित की गई जिसके आधार पर प्रशिक्षण के विषयों को प्रभावी तरीके से समझाया गया। बडौत से मैडीटेशन की प्रक्रिया कराने आयीं डौली कालरा ने मैडीटेशन क्या है, इसका हमारे दैनिक जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है, उसके बाद हार्टफुलनैश का अभ्यास कराया गया। राज्य प्रशिक्षक प्रभा शर्मा ने संचार के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि संचार के तीन मुख्य घटक एक तरफा संचार, दोहरा संचार एवं दो तरफा अभिव्यक्ति पूर्ण संचार है जिसमें दो तरफा अभिव्यक्ति पूर्ण संचार में हम प्रश्न पूछने के साथ साथ अपनी बातों को व्यक्त कर पाते है जबकि एक तरफा अथवा केवल दोहरा संचार में पूर्ण संचार नही हो पाता। इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया और उसके व्यक्तिगत जीवन पर प्रभाव के विषय में भी जानकारी दी। उपनिदेशक देवेन्द्र कुमार ने विभिन्न समितियों द्वारा जीवन कौशल विषय पर दी गई प्रस्तुति को ध्यान से देखा और बताया कि वर्तमान युग में जीवन कौशल एक महत्वपूर्ण विषय है जो सभी लोगों को जीवन की सफलता के लिए जरूरी कुशलताएं विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी देता है। राज्य प्रशिक्षक प्रभा शर्मा ने सभी प्रस्तुतकर्ताओं द्वारा तैयार किए गए चार्ट आधारित मॉडल की सराहना की और उसके आधार पर जीवन कौशल के विभिन्न घटक बताए। जीवन कौशल विषय पर प्रतिभागियों द्वारा तैयार किए गए चार्ट के विश्लेषण में जीवन कौशल के महत्वपूर्ण घटकों जैसे सोच का कौशल, सामाजिक कौशल, तालमेल बनाने का कौशल आदि के विषय में विस्तार से बताया। प्रतिभागियों में सनोबर खान, अनूप कुमार, तालिब, प्राची, नीरज यादव निशा योगिनी आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।