यूपी – श्री धार्मिक रामलीला समिति कविनगर के मंच पर रविवार को किष्किन्धा काण्ड की लीला का मंचन हुआ जिसमें भक्त शिरोमणि हनुमान जी के जन्म की लीला के साथ हनुमान जी द्वारा सूर्य के भक्षण एवं भक्त और भगवान के दिव्य मिलन की मनोरम लीला के साथ बालि सुग्रीव युद्ध और श्री राम द्वारा बालि के वध की – लीला का मंचन किया गया।
सीता की खोज में निकले राम और लक्ष्मण, शबरी द्वारा बताये गये मार्ग पर अपने परम भक्त श्री हनुमान जी से मिलते हैं। हनुमान जी उन्हें वानर राज सुग्रीव के पास ले जाते हैं। सुग्रीव उन्हें अपने भ्राता बालि के कुकृत्य की जानकारी देते हैं और कहते हैं कि उनके भ्राता बालि ने छल और बल से उनकी पत्नी को जबरन बंधक बना रखा है। श्री राम उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि वो शीघ्र ही बालि के दुष्कर्म का फल देकर वानर राज सुग्रीव की पत्नी को पुनः उनसे मिलवायेंगे। श्री राम के निर्देशानुसार सुग्रीव बालि को युद्ध के लिये ललकारता है, परन्तु बालि अपने बल और प्राप्त हुए वरदान से सुग्रीव को निर्बल कर युद्ध में हरा देते हैं। सुग्रीव युद्ध भूमि से भाग निकलता है परन्तु श्री राम पुनः अपने वचन के पालन हेतु युद्ध भूमि में भेजते हैं और युद्ध में श्री राम छिपकर बालि का वध कर देते हैं एवं वानरराज सुग्रीव को किष्किन्धा का राजा घोषित करते हैं।
महोत्सव के दसवें दिन रामलीला मैदान में भारी भीड़ उमड़ी रामलीला मैदान के मध्य में स्थापित भगवान श्री राम के अयोध्या मन्दिर का मॉडल सभी भक्तों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है और हजारों लोग इस मन्दिर को सेल्फी स्थल के रूप में प्रयोग कर रहे हैं। मन्दिर को फूलों के द्वारा सुसज्जित किया गया है। समिति द्वारा प्रायोजित सीता रसोई सभी वर्ग को लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है जिसके अन्तर्गत मात्र 40 / रूपये की दर पर भोजन की थाली परोसी जा रही है।
मंचन देखने के लिए आज उ0प्र0 सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेन्द्र कुमार कश्यप मुख्य अतिथि रहे। साथ ही प्रशासन के अनेकों अधिकारी भी लीला का मंचन देखने आये। समिति के अध्यक्ष ललित जायसवाल, महामंत्री भूपेन्द्र चोपड़ा, अजय जैन, सुनीत बेरी, गुलशन बजाज, विवेक मित्तल, अवनीश गर्ग आदि उपस्थित रहे।