यूपी – गाजियाबाद हिंडन नदी के घाट पर प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में व विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा, हनुमान मंगलमय परिवार के संरक्षण में अजन्मी कन्या भ्रूण हत्या की आत्मा शांति हेतु व कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने का संदेश हेतु महायज्ञ कर तर्पण किया गया।
संस्था के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मऋषि विभूति बी के शर्मा हनुमान ने बताया कि गर्भ में ही मार कर जीने के अधिकार से वंचित कर दी गई ज्ञात व अज्ञात देवी स्वरूपा कन्याओं को मोक्ष मुक्ति महायज्ञ तर्पण के द्वारा शांति प्रदान हो सके महायज्ञ का उद्देश्य। उन्होंने बताया कन्या भ्रूण हत्या न करने का संदेश के साथ-साथ भविष्य में ऐसा घिनौना कार्य नहीं करने का भी संदेश दिया गया।
बी के शर्मा हनुमान ने बताया संस्था द्वारा समाज में लगभग 29 वर्षों से प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में एक विशाल जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है इस महायज्ञ में 11000 अजन्मी कन्याओं के नाम संकल्प लेकर आहुति दी गई है जो जन्म लेने से ही पूर्व वह शक्तियां जो कोख में ही दम तोड़ चुकी हैं सनातन धर्म की वैदिक मंत्रों से हवन में आहुतियां डाली गई और परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की गई कि माता-पिता की तुछ सोच के कारण मां की कोख में ही मार दी गई कन्या भ्रूण को मोक्ष प्रदान हो सके ब्रह्मऋषि विभूति बी के शर्मा हनुमान ने कहा कि स्वार्थ के मध् मे डूबे कन्या बेटियों के माता-पिता यह भूल जाते हैं कि भ्रूण में प्राण वायु के संचार के बाद किया गया गर्भपात जीव हत्या कहलाता है यही कारण है कि जिस घर में यह घिनौना कृत्य हुआ उसी स्थान पर कभी शांति नहीं हो सकती और यही कारण है कि वह परिवार हर क्षण परेशान विचलित होते रहते हैं तथा उस परिवार में अचानक दुर्घटना के कारण मौतें होती हैं। इस अवसर पर संस्था के राष्ट्रीय संयोजक डॉ एके जैन, डॉ विनीत कुमार शर्मा, डॉक्टर नूर मोहम्मद, डॉ मनोज कुमार नेहवाल, डॉ के पी सरकार, डॉ कुमार देवासीश औझा, डॉ आर पी शर्मा, डॉ सुभाष शर्मा, डॉ दिलीप कुमार, डॉ मिलन मंडल डॉ एन एस तोमर, बिल्लू प्रजापति, डॉ पीएन गुप्ता, डॉ राशिद, डॉ श्याम लाल सरकार, डॉ सुजीत सिंह, डॉ मिलन मंडल, डॉ सुबोध त्यागी, डॉ देवेंद्र कुमार, के पी सरकार, डॉ विनय कुमार, डॉ फरमान अली, डॉ एस पी गुप्ता, डॉ संजय सिंह, डॉ सचिन भारती, डॉ बी पी सिंह, मोहित वर्मा, पीएन गुप्ता, संजय कुशवाहा, विपिन कुमार, विनय कुमार, सपन सिकदर फुरकान अहमद सहित सैकड़ों सदस्य मौजूद रहे।