यूपी – गाजियाबाद डीपीएसजी इंटरनेशनल विद्यालय तथा अखिल भारतीय साहित्य परिषद महानगर इकाई गाजियाबाद के संयुक्त तत्वावधान में विद्यालय परिसर के तहत कविता वाचन प्रतियोगिता व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें देश के सुप्रसिद्ध कवियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चाँद लगाए।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कवयित्री सीमा सागर शर्मा ने सुंदर भजन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एवं सुपरिचित कवयित्री सोमा सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्हें अखिल भारतीय साहित्य परिषद महानगर इकाई गाजियाबाद की ओर से शॉल ओढ़ाकर व पुस्तकें देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय के सभी प्रतिभागियों ने पूरे जोश व उमंग के साथ देशभक्ति कविताएँ सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। विद्यार्थियों ने हरिवंशराय बच्चन, हंस कुमार तिवारी, रामधारी सिंह दिनकर, राम प्रसाद बिस्मिल जैसे महान कवियों की कविताओं का पाठ करके खूब तालियाँ बटोरीं। प्रतियोगिता में कक्षा 10 के यश त्यागी ने प्रथम, कक्षा 12 की स्वस्ति शर्मा ने द्वितीय और कक्षा 10 की छात्रा नंदिनी भारतीय ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। दसवीं की छात्रा
मालविका वशिष्ठ कविता पाठ से अतिथियों की प्रशंसा पात्र बनीं। सुप्रसिद्ध कवियों के काव्य पाठ ने उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में समिति की अध्यक्ष डॉ. रमा सिंह, मेरठ प्रांत के अध्यक्ष देवेन्द्र देव मिर्जापुरी, मेरठ प्रांत के महासचिव डॉ. चेतन आनंद, समिति के संरक्षक डॉ. एमके सेठ, कवि नगेन्द्र शिशोदिया, कवयित्री सीमा सागर शर्मा, हापुड़ से डॉ. अनिल बाजपेई एवं पिलखुवा से डॉ. सतीश वर्द्धन ने अपने काव्य पाठ से कवि सम्मेलन में चार चाँद लगा दिए। समिति की सहसचिव गरिमा आर्य ने सफल मंच संचालन किया। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सोमा सिंह ने कविता पाठ के साथ ही बताया कि विद्यालय आजादी का अमृत महोत्सव पखवाड़ा मना रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य अनेक गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को आजादी के महत्व एवं बलिदानियों के विषय में पर्याप्त जानकारी देना है, ताकि विद्यार्थी उनके गुणों को आत्मसात कर सकें व राष्ट्र के बेहतर भविष्य के लिए स्वयं को तैयार कर सकें। विद्यालय छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन आगे भी करता रहेगा। विद्यालय के डायरेक्टर विवेक श्रीवास्तव के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।