26 जुलाई की शाम से होगा जलाभिषेक
27 जुलाई को होगा शिवरात्रि व्रत
आचार्य शिव कुमार शर्मा आध्यात्मिक गुरु एवं ज्योतिषाचार्य – इस बार सावन में चार सोमवार है। 14 जुलाई 2022 दिन बृहस्पतिवार से भगवान शिव को प्रिय सावन का महीना आरंभ होगा जो 12 अगस्त 2022 रक्षाबंधन को समाप्त होगा ।
श्रावण मास में सौम्य योग मे आरंभ होगा और धाता योग में समाप्त होगा। सावन में वर्षा के अच्छे योग बन रहे हैं रिमझिम फुवारे पडेंगी। शिव भक्त कावड़ियों के लिए कांवड धारण मुहूर्त यात्रा 15 जुलाई से आरंभ होकर 25 जुलाई तक रहेंगे।
26 जुलाई की शाम 18:47 बजे से भगवान शिव का गंगाजल से जलाभिषेक होगा। 27 जुलाई को शिवरात्रि का व्रत होगा श्रावण मास में 31जुलाई को हरियाली तीज और 2 अगस्त को नाग पंचमी पर्व होगा।
श्रावण मास भगवान शिव को प्रसन्न करने का महीना है शिव की आराधना शीघ्र फलदायी होती है। सौभाग्यवती महिलाएं, युवतियां और पुरुष सोमवार का व्रत रखते हैं भगवान शंकर को गंगाजल से अभिषेक करके उनसे सुख सौभाग्य की प्रार्थना करते हैं।
कहा जाता है कि इन दिनों में भगवान शिव को जलाभिषेक दुग्ध अभिषेक पदार्थों से अभिषेक करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है श्रावण के महीने में भगवान शिव का जलाभिषेक, शिव पूजा, नाग पूजा, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप और कालसर्प शांति के उपाय किए जा सकते हैं।