यूपी – गाजियाबाद। बिराज फाउंडेशन और गणेश हॉस्पिटल की संयुक्त पहल ‘पिंक सेफ्टी ड्राइव’ के अंतर्गत बालिकाओं और महिलाओं के लिए एक हाई-टेक कंप्यूटर सेंटर में जागरूकता वर्कशॉप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एसबीएन ग्रुप की चेयरमैन पुष्पा रावत रहीं। वर्कशॉप का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा, साइबर अपराध और डिजिटल खतरों के प्रति जागरूक कर आत्मनिर्भर बनाना रहा।

कार्यक्रम में महिला सब-इंस्पेक्टर गीतिका ने छात्राओं और महिलाओं को साइबर अपराध, ऑनलाइन धोखाधड़ी, फेक प्रोफाइल, ऑनलाइन स्टॉकिंग और तथाकथित डिजिटल गिरफ्तारी जैसे मामलों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छोटी-सी लापरवाही भी बड़े साइबर अपराध का कारण बन सकती है। बचाव के लिए मजबूत पासवर्ड, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, अज्ञात लिंक से दूरी, सोशल मीडिया की सख्त प्राइवेसी सेटिंग और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत साइबर सेल में शिकायत करने की सलाह दी।
सब-इंस्पेक्टर गीतिका ने आत्मरक्षा के व्यावहारिक टिप्स साझा करते हुए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 और 1091 की जानकारी दी तथा गुड टच-बैड टच के प्रति सजग रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
इस अवसर पर गणेश हॉस्पिटल की डॉ. निशा ने कहा कि महिला सशक्तिकरण केवल शिक्षा या रोजगार तक सीमित नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, सही निर्णय क्षमता और सुरक्षा की समझ से जुड़ा है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं और छात्राएं उपस्थित रहीं। हाई-टेक कंप्यूटर सेंटर से नरेंद्र दीप, निखिल शर्मा, धर्मेंद्र और जितेंद्र का सहयोग रहा। अंत में बिराज फाउंडेशन के संस्थापक बिराज सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।




