यूपी – लखनऊ, विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर जुपिटर हॉल, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्यस्तरीय भव्य समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। समारोह में दिव्यांगजन सशक्तीकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 30 व्यक्तियों, संस्थाओं, नियोक्ताओं और दिव्यांग कार्मिकों को राज्यस्तरीय सम्मान प्रदान किया गया।

कार्यक्रम में 500 दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल सहित विभिन्न सहायक उपकरण वितरित किए गए। “दिव्य कला प्रदर्शनी” का भी उद्घाटन किया गया, जो 03 से 05 दिसंबर 2025 तक चलेगी। प्रदर्शनी में दिव्यांगजनों की कलात्मक, तकनीकी व उद्यमशील क्षमताओं को मंच मिलेगा तथा बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी जाएगी।

विशेष विद्यालयों के 36 मेधावी छात्र-छात्राओं को टैबलेट और प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। इसके साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के कक्षा 9 से 12 तक के 5,33,285 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति स्वीकृति प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। कम्प्यूटर प्रशिक्षण योजना और विवाह अनुदान योजना के लाभार्थियों को भी प्रमाण-पत्र दिए गए।
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि योगी सरकार दिव्यांगजन कल्याण, सम्मान व आत्मनिर्भरता को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। प्रदेश के सभी 18 मंडलों में दिव्यांग पुनर्वास केंद्र स्थापित किए जाएंगे। दिव्यांग पेंशन को 300 से बढ़ाकर 1000 रुपए किया गया है, जबकि सहायक उपकरण योजना की वित्तीय सीमा 10,000 से बढ़ाकर 15,000 रुपए कर दी गई है। दिव्यांग दंपतियों को 35,000 रुपए विवाह अनुदान प्रदान किया जा रहा है।

कार्यक्रम में आयोजित सीएसआर कॉन्क्लेव में 28 बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भागीदारी की, जिसमें पुनर्वास, प्रशिक्षण, रोजगार और नवाचार पर विस्तृत चर्चा हुई। सरकार की पारदर्शी कार्यप्रणाली से छात्रवृत्ति वितरण में तेजी आई है। इस वर्ष 5,33,285 छात्रों को 134 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति दी जा रही है, जबकि अब तक 12,76,000 छात्रों को 323 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके हैं।
कार्यक्रम में दिव्यांगजन सशक्तीकरण और सामाजिक समावेशन की दिशा में सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई दी।




