यूपी – गाजियाबाद, सत्र 2026–27 के तहत आरटीई चयन प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने बेसिक शिक्षा विभाग की लगातार बनी खामियों और लापरवाहियों को गंभीर मुद्दा बताते हुए इनके शीघ्र समाधान की मांग की। एसोसिएशन के सचिव अनिल सिंह ने कहा कि यदि विभाग हर वर्ष की तरह इस बार भी वही गलतियाँ दोहराता है, तो गरीब, दुर्बल और आलाभीत वर्ग के बच्चों को स्कूलों में प्रवेश पाने में भारी परेशानी उठानी पड़ेगी। गलत मैपिंग और प्रक्रिया में देरी के कारण प्रतिवर्ष सैकड़ों बच्चों को प्रवेश से वंचित होना पड़ता है, जिससे आरटीई अधिनियम–2009 का उद्देश्य प्रभावित होता है।
एसोसिएशन ने बताया कि विभाग की लापरवाही के चलते प्रवेश प्रक्रिया समाप्त होने तक नोटिस जारी होते हैं, लेकिन तब तक बच्चे स्कूलों से बाहर रह जाते हैं। अभिभावकों की समस्याओं को देखते हुए संगठन लगातार आवाज उठाता रहा है और जिला प्रशासन के सहयोग से कई वंचित बच्चों के दाखिले भी सुनिश्चित कराए गए हैं।
इन्हीं अनियमितताओं को लेकर एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल आज एडीएम गाजियाबाद से मिला और उन्हें विस्तृत रूप से समस्याओं से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी प्रस्ताव रखा कि आवश्यकता पड़ने पर एसोसिएशन आरटीई चयन प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारु बनाने में विभाग की सहायता करेगा।
बैठक में जीपीए आरटीई प्रभारी धर्मेंद्र यादव ने भी प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए सहयोग देने का आश्वासन दिया।
एडीएम सिटी ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाते हुए कहा कि वे बेसिक शिक्षा अधिकारी से तुरंत वार्ता कर सभी खामियों को दूर करने के निर्देश देंगे।
बैठक में कौशलेंद्र ठाकुर, राजू सैफी, नरेश कुमार, रामभूल पाल, नवीन राठौर, धर्मेंद्र यादव, मनीष, नवीन सहित सदस्य उपस्थित रहे।




