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“मुझमें भी रहता इकतारा” का लोकार्पण : साहित्य और संगीत से सजा खुशनुमा शाम

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यूपी – गाजियाबाद, नेहरू नगर स्थित गांधर्व संगीत महाविद्यालय ऑडिटोरियम में कवयित्री और निदेशक तारा गुप्ता के नवीनतम ग़ज़ल संग्रह “मुझमें भी रहता इकतारा” का भव्य लोकार्पण समारोह सम्पन्न हुआ। देश के कई प्रतिष्ठित साहित्यकारों और कलाकारों की उपस्थिति में आयोजन गरिमापूर्ण माहौल में आयोजित हुआ।

मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री ने लोकार्पण के अवसर पर कहा कि हर व्यक्ति को अपने भीतर बसे इकतारे की आवाज़ सुननी चाहिए। उन्होंने कहा कि करुणा ही सृजन की सबसे बड़ी शक्ति है और तारा गुप्ता का यह ग़ज़ल संग्रह करुणा का सशक्त रूप प्रस्तुत करता है। अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध ग़ज़लकार कमलेश भट्ट कमल ने कहा कि तारा गुप्ता की ग़ज़लें समाज को नई दिशा देने वाली हैं और संवेदनाओं की अनूठी भाषा प्रस्तुत करती हैं।

संगीतकार राजेश सिंह नेगी ने तारा गुप्ता के दोहे सुरों में पिरोकर माहौल को मधुरता से भर दिया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध शायर दीक्षित दनकौरी, संदीप गर्ग, शेखर गुप्ता और रश्मि मित्तल ने भी अपने विचार रखे और काव्य संग्रह की सराहना की।

समारोह का संचालन कवि चेतन आनंद और अनिमेष शर्मा ने संजीदगी और सहजता के साथ किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुई। महाविद्यालय के संरक्षक सुभाष गर्ग ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। पारिवारिक सदस्यों ने मंचासीन अतिथियों को शॉल और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।

दूसरे सत्र में असलम राशिद, चेतन आनंद, अनिमेष शर्मा और विवेक वशिष्ठ ने काव्य पाठ कर समा बांध दिया। समारोह में तरुण गोयल, शिखा गोयल, शशि, शोभा सचान, पियूष कांति, आलोक यात्री, संगीता अहलावत, वागीश शर्मा, संजीव शर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, श्वेता त्यागी, गार्गी कौशिक, राजीव सिंघल और उत्कर्ष गर्ग सहित कई साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे।