यूपी – गाजियाबाद बुधवार को राकेश मार्ग स्थित गुलमोहर एन्क्लेव सोसायटी स्थित श्री शिव बालाजी धाम मन्दिर में सभी निवासियों ने मिलकर गोवर्धन महाराज की पूजा कर परिक्रमा लगाई। मन्दिर के पुजारी पंडित राजीव मिश्रा ने गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज की छवि बनाई। इस अवसर पर मन्दिर में बजरंगबली का चोला चढ़ाकर श्रंगार किया गया और उसके बाद सुंदरकांड का आयोजन किया गया। सुंदरकांड समापन के बाद गोवर्धन पूजा कर अन्नकूट का प्रसाद भी वितरित किया गया।

गोवर्धन पूजा के अवसर पर गुलमोहर एन्क्लेव के सभी निवासियों के सहयोग से श्री शिव बालाजी धाम मंदिर में सुंदरकांड के पाठ का आयोजन किया गया। सुंदरकांड संपन्न होने के बाद भव्य रूप से गोवर्धन महाराज की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। जिसमें कॉलोनी के सभी निवासियों ने सामूहिक रूप से भाग लिया। गोवर्धन पूजा के बाद सभी ने गोवर्धन महाराज की परिक्रमा लगाई और मन्दिर परिसर में अन्नकूट, कढ़ी चावल और हलवा-पूरी का प्रसाद भी वितरित किया। इस अवसर पर कार्यकारिणी नई सदस्य रश्मि चौधरी ने कहा कि जब भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उँगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएँ उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे। सातवें दिन भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और हर वर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा। वहीं निवासी अनुजा बंसल ने कहा कि इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है। पंडित राजीव मिश्रा ने बताया कि गोवर्धन पूजा में गौधन यानी गायों की पूजा की जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उसी प्रकार पवित्र होती जैसे नदियों में गंगा। गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है। देवी लक्ष्मी जिस प्रकार सुख समृद्धि प्रदान करती हैं उसी प्रकार गौ माता भी अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं। इस तरह गौ सम्पूर्ण मानव जाति के लिए पूजनीय और आदरणीय है। गौ के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए ही कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोर्वधन की पूजा की जाती है और इसके प्रतीक के रूप में गाय की। इस मौके पर पंडित राजीव मिश्रा, रश्मि चौधरी, अनुज बंसल, संजय बंसल, अनुजा बंसल, कुमार गौरव, राजीव बसिन, अनिल तायल, निर्देश गोयल, सुभाष गर्ग, संजीव बंसल सहित सैकड़ों गुलमोहर वासी मौजूद रहे।






