यूपी – गाजियाबाद श्री आदर्श धार्मिक रामलीला कमेटी संजय नगर के तत्वाधान में चल रहे रामलीला मंचन कार्यक्रम में मंगलवार को अहिल्या उद्धार, गंगा लीला और नगर दर्शन का मंचन आकर्षण के मुख्य केंद्र के रूप मे रहा। संजय नगर रामलीला कमेटी के तत्वाधान में चल रहे इस महोत्सव में भगवान राम के जीवन की विभिन्न घटनाओं का जीवंत चरित्र-चित्रण प्रस्तुत किया जा रहा है।

मंचन के दौरान भगवान राम के द्वारा अहिल्या का उद्धार एक महत्वपूर्ण दृश्य था। अहिल्या, जो अपने पति ऋषि गौतम के श्राप के कारण पत्थर बन गई थी उसका उद्धार भगवान श्री राम के चरण स्पर्श से हुआ। इस दृश्य को देखकर सभी दर्शक भाव विभोर हो गए।
इसके पश्चात जनकपुर पहुंकर राम और लक्ष्मण जी महाराज जनक जी से आशीर्वाद लेते हैं। और फिर राम-लक्ष्मण अपने गुरु से आज्ञा लेकर नगर दर्शन के लिए जाते हैं एवं नगरवासियों से मिलकर अतिप्रसन्न होते हैं। भगवान श्री राम और लक्ष्मण जी सुबह उठकर स्नान कर गुरु जी की वंदना करते हैं। गुरुजी ने उन्हें फूल लेने के लिए पुष्प वाटिका भेज देते हैं। पुष्प वाटिका में भगवान सूंदर-सुंदर फूल तोड़ते हैं। उसी समय जनकनंदिनी सीता जी गोरी पूजा के लिए उसी वाटिका में पहुंचती हैं। तभी उनकी एक सखी भगवान को देखती है और सीता जी के पास जाकर बताती है कि दो राजकुमार एक श्याम और एक गोरे हैं। वो दोनों इतने सुंदर है कि मैं उनका वर्णन नही कर सकती। सखी की बात सुनकर सीता जी भगवान के दर्शन करने के लिए जाती है और श्री राम को देखते ही सुध-बुध खोकर खड़ी की खड़ी रह जाती हैं। इस मनोहारी दृश्य को देखकर, रामलीला पंडाल दर्शकों की तालियों से गूंज उठता है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कमेटी के संयोजक उमेश पप्पू नागर, ठा० अनुज राघव, हरेंद्र यादव, प्रदीप चौधरी, कपिल वशिष्ठ, मोनू त्यागी एवं सभी स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।